यदि बिहार में एनडीए की सरकार बनी तो इसकी स्थितरता को लेकर है शंका: संजय राउत
Bihar Elections Result 2020: शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि यदि बिहार में एनडीए की सरकार बनेगी तो इसकी स्थिरता को लेकर शंका है।

शिवसेना नेता संजय राउत
Bihar Elections Result 2020: बिहार में घोषित हुये विधानसभा चुनावों के नतीजों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन 'एनडीए' को सरकार बनने के लिये बहुमत हासिल हुआ है। जिसके बाद से बिहार में एनडीए अपनी नई सरकार के गठन की कवायद में जुटी नजर आ रही है। दूसरी ओर बिहार में एनडीए को मिले इस जनादेश पर विरोधी सवाल उठा रहे हैं। इस कड़ी में अब शिवसेना नेता संजय राउत का भी नाम जुड़ गया है।
शिवसेना नेता संजय राउत ने शनिवार को मीडिया कर्मियों से बातचीत करते वक्त बिहार एनडीए को निशाने पर लिया है। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि यदि बिहार में एनडीए की सरकार बनती है तो आज भी उनके मन में सरकार की स्थिरता को लेकर शंका बनी हुई है। वहीं संजय राउत ने बिहार में एनडीए को मिले इस बहुमत को बहुत ही कमजोर करार दिया है। इस दौरान शिवसेना नेता संजय राउत ने राजद एवं महागठबंधन नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व की सराहना की है। संजय राउत ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल 'राजद' नेता तेजस्वी यादव ने जिस तरह से युद्ध को जीत लिया है। ठीक है आंकड़ों में नहीं जीता। वहीं शिवसेना नेता संजय राउत ने तेजस्वी यादव को बिहार की रणभूमि का असली हीरो तेजस्वी करार दिया है।
अगर NDA की सरकार बनती है तो आज भी मेरे मन में सरकार की स्थिरता को लेकर शंका है, बहुत ही कमजोर बहुमत है। तेजस्वी यादव ने जिस तरह से युद्ध को जीत लिया है, ठीक है आंकड़ों में नहीं जीता। लेकिन बिहार की रणभूमि पर युद्ध के असली हीरो तेजस्वी यादव हैं: संजय राउत, शिवसेना #BiharElections pic.twitter.com/alZpFb99Y7
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 14, 2020
मनोज कुमार झा ने शासन पर जनादेश को निगल जाने के आरोप लगाये
दूसरी ओर राज्यसभा सांसद एवं राजद नेता मनोज कुमार झा ने शुक्रवार की शाम को ट्वीट शासन पर जनादेश को निगल जाने का आरोप लगाया है। मनोज कुमार झा ने कहा कि प्रिय बिहार! आपका शुक्रिया। मनोज झा ने कहा कि बिहार के लोग 10 लाख सरकारी नौकरियों के लिये जागे। मनोज झा ने कहा कि बिहार के युवा, समान काम/समान वेतन के लिए आतुर हमारे भाई-बहन, संविदा कर्मियों, जीविका दीदियों, आशा कर्मियों, आंगनवाड़ी सेविका/सहायिका..किसे मालूम था कि जनादेश को 'शासनादेश' निगल जाएगा।