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Big Update : AICC को मिली 8 मंत्री और 45 विधायकों की सूची, छत्तीसगढ़ के नेताओं के साथ बैठक अब थोड़ी ही देर में होगी शुरू

छत्तीसगढ़ में ढाई साल के मुख्यमंत्री फॉर्मूले को लेकर गरमाई सियासत के बीच दिल्ली से बड़ी खबर यह है कि 50 लगभग विधायकों के साथ प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया के साथ बैठक खत्म हो चुकी है। पुनिया ने AICC मुख्यालय से बातचीत करके शाम 4 बजे की बैठक तय की है। पढ़िए पूरी खबर-

Big Update : AICC को मिली 8 मंत्री और 45 विधायकों की सूची, छत्तीसगढ़ के नेताओं के साथ बैठक अब थोड़ी ही देर में होगी शुरू
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रायपुर। दिल्ली में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री पद का विवाद गर्मा गया है। राज्य के आधे से ज्यादा कांग्रेस विधायक दिल्ली स्थित छत्तीसगढ़ भवन में रुके हुए हैं। थोड़ी देर में सभी लोग एक साथ (Congress Headquater) कांग्रेस मुख्यालय पहुंचेंगे। वहां मौजूद केंद्रीय नेताओं से मुलाकात करेंगे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) भी दिल्ली पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा- सरकार सुरक्षित है। हमारे साथ 70 विधायक हैं।

वहीं, पार्टी विधायक बसों से प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया के घर पहंच गए थे। यहां भोजन करने के बाद वह कांग्रेस मुख्यालय जाएंगे। मुख्यमंत्री बघेल ने दिल्ली रवाना होने से पहले रायपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से कहा- "कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव वेणुगोपाल ने मुझे बुलाया है, इसलिए दिल्ली जा रहा हूं। वहां राहुल गांधी से भी मुलाकात होगी।" वहीं, विधायकों के दिल्ली जाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि कोरोना काल के बाद से विधायक दिल्ली नहीं गए थे, इसलिए अब जा रहे हैं। कुछ को बुलाया गया होगा, तो कुछ बिन बुलाए जा रहे हैं। अपने नेता से मिलने जाने में कोई बुराई तो नहीं है, कोई भी जा सकता है।

पार्टी के सीनियर लीडर और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा था कि टीम का हर व्यक्ति कप्तान बनना चाहता है, इस बयान पर मुख्यमंत्री बघेल ने कहा, "उनकी व्यक्तिगत बातों पर मैं कुछ भी नहीं कहना चाहता हूं।"

कहा जाता है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार बनी तब तय हुआ था कि ढाई-ढाई साल के लिए दो मुख्यमंत्री बनाए जाएंगे। अब इस मुद्दे पर छत्तीसगढ़ सरकार की सत्ता के दो केंद्रों के बीच खींचतान चरम पर है। मुख्यमंत्री बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने मंगलवार को राहुल गांधी से मुलाकात की थी।

उनकी एक और बैठक होनी थी। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी उनकी मुलाकात होनी थी, लेकिन बुधवार को यह नहीं हो पाई। बघेल रायपुर लौट आए थे। रायपुर हवाई अड्‌डे पर मुख्यमंत्री के समर्थकों ने शक्ति प्रदर्शन किया था। उधर, टीएस सिंहदेव भी प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया के कहने पर दिल्ली में ही रुक गए थे।

गुरुवार को अचानक राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदला। दोपहर से मंत्रियों-विधायकों के दिल्ली जाने का सिलसिला शुरू हो गया। दोपहर में मंत्री शिव डहरिया, अनिला भेंडिया, संसदीय सचिव विकास उपाध्याय पहुंचे तो शाम को मंत्री अमरजीत भगत की आमद हुई। इसके बाद करीब 30 विधायक भी दिल्ली पहुंच गए। इनमें बृहस्पत सिंह, देवेंद्र यादव, कुलदीप जुनेजा, शिशुपाल शोरी, विनोद सेवनलाल चंद्राकर, विनय भगत, प्रकाश नायक, किश्मत लाल नंद, द्वारिकाधीश यादव, चंद्रदेव राय, यूडी मिंज, विनय जायसवाल, गुलाब कमरो, गुरुदयाल बंजारे, पुरुषोत्तम कंवर, कुंवर निषाद, चिंतामणि महाराज, भुनेश्वर बघेल, आशीष छाबड़ा, लक्ष्मी ध्रुव, रश्मि सिंह और शकुन्तला साहू शामिल हैं। दिल्ली में अमरजीत भगत ने ही इन विधायकों का स्वागत किया। बताया जा रहा है, रात में सभी लोग प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया के आवास पर गए थे। शुक्रवार सुबह मंत्री कवासी लखमा, विधायक रेखचंद जैन, राजमन बेंजामिन और चंदन कश्यप दिल्ली गए हैं। दुर्ग विधायक अरुण वोरा भी सुबह दिल्ली के लिए रवाना हो गए थे।

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