सैलानियों के लिए खुशखबरी : अचानकमार टाइगर रिजर्व पर्यटकों के लिए खुला, बुकिंग शुरू

बिलासपुर। छुट्टियों में जंगलों की सैर के शौकीनों के लिए खुशखबरी है। आज से सैर के लिए अचानकमार टाइगर रिज़र्व खुल रहा है। अचानकमार टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने सैलानियों के प्रवास रास्तों की मरम्मत आदि की तैयारियां पूरी कर ली हैं। प्रबंधन ने बताया है कि सैलानी वहां पर्यटक बैगा रिसॉर्ट और जिप्सी की भी बुकिंग करा सकेंगे। उल्लेखनीय है कि अचानकमार अभयारण्य बरसाती सीजन में 1 जुलाई से बंद किया गया था।
1 अक्टूबर को खुल गए थे अधिकांश टाइगर रिजर्व के गेट
इस साल ज्यादातर टाइगर रिजर्व के गेट 1 अक्टूबर से सैलानियों के लिए खोल दिए गए थे। लेकिन एटीआर के जंगल के अंदर सड़कों की हालत और अधिक बारिश की वजह से एटीआर प्रबंधन गेट खोलने तैयार नहीं था। आखिरकार प्रबंधन ने अब एटीआर खोलने का फैसला ले लिया है।
बाघ, तेंदुआ, गौर अचानकमार की खासियत
अचानकमार अभ्यारण्य की स्थापना 1975 में की गई थी। 2007 में इसे बायोस्फीयर घोषित किया गया और 2009 में बाघों की बढ़ती संख्या के चलते अचानकमार अभ्यारण्य को टाइगर रिजर्व क्षेत्र घोषित कर दिया गया था। अचानकमार टाइगर रिजर्व की गिनती देश के 39 टाइगर रिजर्व में होती है। यहां बाघ, तेंदुआ, गौर, उड़न गिलहरी, जंगली सुअर, बायसन, हिरण, भालू, लकड़बग्घा, सियार, चार सिंग वाले मृग, चिंकारा सहित बड़ी संख्या में जंगली जानवर हैं। इतना ही नहीं मैकल पर्वत श्रृंखला पर 553.286 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में अचानकमार टाइगर रिजर्व फैला हुआ है । जहां जैव विविधता पायी जाती है। यहां 200 से भी अधिक विभिन्न प्रजातियों के पक्षी भी पाए जाते हैं।