बिहार लौटे मजदूरों को नहीं मिला रोजगार, दूसरे राज्यों को फिर कर गये पलायन : राजद
राजद ने कहा कि बिहार सरकार ने राज्यभर में भ्रम फैलाया था कि वे कोरोना की वजह से हताश होकर लौटे सभी मजदूरों के लिये राज्य में ही रोजगार की व्यवस्था करेंगे। पर सब कुछ कोरा झूठ साबित हुआ। अब वे मजदूर निराश होकर फिर से दूसरे राज्यों के लिये पलायन कर चुकें हैं या करने की तैयारी में है।

बिहार में विपक्षी पार्टी राजद एनडीए सरकार को सूबे में व्याप्त कोरोना, बाढ़, पलायन और रोजगार समेत आदि समस्याओं को लेकर लगातार घेर रही है। इसी कड़ी में राजद ने सोमवार को अपने आधिकारिक ट्विटर अकांउट से ट्वीट कर कहा कि एनडीए सरकार ने खूब गाजे बाजे के साथ पोस्टरबाजी करके राज्यभर में भ्रम फैलाया था। वे कोरोना महामारी की वजह से हताश होकर बिहार लौटे सभी 40-50 लाख मज़दूरों के लिए यहीं रोजगार मुहैया करा देंगे। बिहार सरकार ने दावे किये थे कि स्किल सर्वे करवाया जा रहा है। बन्द पड़ी फैक्टरियों को चालू करवाकर रोज़गार देंगे। हताश होकर लौटे मजदूरों को मनरेगा के जरिये काम देंगे! वहीं राजद ने कहा कि सब का सब कोरा झूठ साबित हुआ!
राजद के अन्य ट्वीट में कहा गया कि आज की हक़ीक़त यह है। जो करीब 40 लाख श्रमिक कोरोना की वजह से हताश होकर बिहार लौटे थे। लगभग वे सभी श्रमिक पुनः दूसरे राज्य प्रस्थान कर चुके हैं, या बचे खुचे मजदूर भी दूसरे राज्यों को पलायन करने की तैयारी कर रहे है। राजद ने कहा कि वापस लौट चुके श्रमिक बता रहे हैं कि दूसरे राज्यों के मुकाबले अगर आधी कमाई पर भी काम मिल जाता तो वो कभी बिहार छोड़ दूसरे राज्य नहीं आते।