एम्स व हाइड्रो कालेज की प्यास बुझाएगी नई पेयजल योजना, 58 करोड़ होंगे खर्च
केंद्र सरकार के महत्त्वाकांक्षी प्रोजेक्ट कोठीपुरा एम्स और बंदला के हाइड्रो कालेज की प्यास जल शक्ति विभाग की 58 करोड़ की नई पेयजल योजना बुझाएगी। दोनों महत्त्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स के लिए जल शक्ति विभाग की ओर से नई पेयजल योजना बनाई जा रही है।

प्रतीकात्मक तस्वीर
केंद्र सरकार के महत्त्वाकांक्षी प्रोजेक्ट कोठीपुरा एम्स और बंदला के हाइड्रो कालेज की प्यास जल शक्ति विभाग की 58 करोड़ की नई पेयजल योजना बुझाएगी। दोनों महत्त्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स के लिए जल शक्ति विभाग की ओर से नई पेयजल योजना बनाई जा रही है। जो कि अगस्त 2021 तक बनकर तैयार होगी। हालांकि अस्थायी तौर पर इन प्रोजेक्ट्स के लिए पानी की व्यवस्था जल शक्ति विभाग द्वारा की गई है। कोठीपुरा एम्स के लिए जहां पर अकेले ही 17 लाख लीटर पानी की आपूर्ति इस नई पेयजल योजना से होगी, वहीं शेष चार लाख लीटर पानी की सप्लाई बंदला हाइड्राे कालेज और अन्य का मुहैया करवाई जाएगी।
जानकारी के अनुसार इन दोनों महत्त्वपूर्ण योजनाओं के लिए पानी की व्यवस्था करने के लिए जल शक्ति विभाग द्वारा अलग से कोलडैम से पेयजल योजना बनाई जा रही है, जिसका काम प्रगति पर है। योजना के तहत कोलडैम से कसोहल से पानी को लिफ्ट किया जाएगा। रोजाना 21 लाख लीटर पानी की आपूर्ति दोनों संस्थानों के लिए की जाएगी। योजना के तहत कसोहल में एक 21 लाख लीटर की क्षमता का वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जाएगा, जिसके लिए यहां पर 21 लाख लीटर की क्षमता वाले टैंक में स्थानांतरित किया जाएगा। संबंधित टैंक से पानी को लिफ्ट कर धौनकोठी के साथ लगती धार में बने टैंक में डाला जाएगा। यहां से इस पानी को मारकंड के काठपुर में बने टैंक में डाला जाएगा। यहां से इस पानी को हाइड्रो इंजीनियरिंग कालेज व एम्स के लिए सप्लाई किया जाएगा।
एम्स में दिसंबर में ओपीडी व एमबीबीएस की 50 सीटों के लिए ट्रेनिंग शुरू करने की सरकार की योजना है। फिलहाल जल शक्ति विभाग द्वारा एम्स को टैंपरेरी रूप से उनकी मांग के अनुसार पानी की सप्लाई की जा रही है। ऐसे में अब जल शक्ति विभाग इन संस्थानों की डिमांड के अनुसार इस योजना को तैयार किया है। सरकार द्वारा हाइड्रो इंजीनियरिंग कालेज में भी आगामी शैक्षणिक सत्र से कक्षाएं शुरू करने की योजना है।