Hari bhoomi hindi news chhattisgarh
toggle-bar

Mausam Ki Jankari : एक बार फिर बदलेगी देश के उत्तरी राज्यों की आबोहवा, AQI के साथ बढ़ेगी धूंध, चलेगी शीत लहर

आने वाले दिनों में पवनों की दिशा उत्तरी हो जाएगी जिस कारण न्यूनतम और अधिकतम तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस कम होने की संभावनाएं बन रही हैं। नवंबर के अंत तक अधिकतर मैदानी क्षेत्रों में शीत लहर चलने की पूर्ण संभावनाएं बन रही हैं।

Mausam Ki Jankari : एक बार फिर बदलेगी देश के उत्तरी राज्यों की आबोहवा, AQI के साथ बढ़ेगी धूंध, चलेगी शीत लहर
X

 मौसम की जानकारी

18 से 21 नवंबर तक सक्रिय मौसमी प्रणालियों द्वारा सीमित मैदानी क्षेत्रों में बारिश की वजह से और वर्तमान में दक्षिणी पूर्वी पवनें ( south east winds ) 10-13 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलने से उत्तरी मैदानी राज्यों हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश एनसीआर-दिल्ली के तापमान में मामूली बढ़ोतरी हुई थी, जिस वजह से एक्यूआई ( Aqi ) में सुधार होना शुरू हो गया था। परंतु बुधवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स ( air quality index ) में हल्की बढ़ोतरी हुई है। केंद्रीय पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ( Central Pollution Control Board ) के आंकड़ों के अनुसार बुधवार को दोपहर 2.00 बजे एयर क्वालिटी इंडेक्स नारनौल में 193, महेंद्रगढ़ में 158, सतनाली में 130, कनीना में 166, अटेली में 160, नांगल चौधरी में 176 रहा। जबकि हरियाणा के कई शहरों में अभी भी खराब हालात हैं जिनमें फरीदाबाद में एक्यूआई 358, जींद में 347, सोनीपत मेंं 319, अंबाला में 316, हिसार में 314, बहादुरगढ़ में 308, गुरुग्राम में 304 और रोहतक में 297 रहा, जो अत्यंत खराब स्थिति में है।

डॉ चंद्रमोहन नोडल अधिकारी पर्यावरण क्लब, राजकीय महाविद्यालय नारनौल ने बताया कि वर्तमान मौसमी घटनाओं की वजह से एयर क्वालिटी इंडेक्स में सामान्यता सुधार हुआ था परन्तु ऐसी संभावनाएं जताई जाती हैं कि आने वाले दिनों में उत्तरी मैदानी क्षेत्रों में दक्षिणी पूर्वी हवाओं के स्थान पर उत्तरी हवाएं ( north winds ) अपना आधिपत्य जमा लेंगी, जिनसे प्रदेश की आबोहवा एक बार फिर खराब हो जाएगी। जिससे वायु गुणवत्ता सूचकांक खराब होने की संभावनाएं बन रही है, और मैदानी इलाकों में जबरदस्त ठंड ( Winter ) पड़ने की संभावनाएं बन रही है।

हरियाणा में सबसे कम तापमान कैथल का

बुधवार को उत्तर पर्वतीय क्षेत्रों पर भारी हिमपात ( snow ) होने से उत्तरी मैदानी राज्यों के तापमान में भारी गिरावट आई है। मैदानी राज्यों में पंजाब में सबसे कम तापमान ( low temperature ) जालंधर का 5.8 डिग्री सेल्सियस और राजस्थान में सबसे कम 5.6 डिग्री सेल्सियस तापमान चुरू का दर्ज किया गया। इसी प्रकार उत्तर प्रदेश में सबसे कम तापमान मुजफ्फरनगर का 6.7 डिग्री सेल्सियस व दिल्ली में सबसे कम तापमान उजवा का 8.3 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि हरियाणा में सबसे कम तापमान कैथल में 4.7 डिग्री सेल्सियस, हिसार में 6.1 डिग्री सेल्सियस, जींद में 7.0 डिग्री सेल्सियस और इसी प्रकार महेंद्रगढ़ में 7.4 डिग्री सेल्सियस, नारनौल में 7.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

अब होगी धुंध और कोहरे में बढ़ोतरी

आने वाले दिनों में पवनों की दिशा उत्तरी हो जाएगी जिस कारण न्यूनतम और अधिकतम तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस कम होने की संभावनाएं बन रही हैं। नवंबर के अंत तक अधिकतर मैदानी क्षेत्रों में शीत लहर चलने की पूर्ण संभावनाएं बन रही हैं। जो पूरे दिसंबर तक चलने की पूरी संभावनाएं हैं, जिससे धुंध और कोहरा में ( Fog ) भी ज्यादा बढ़ोतरी होगी और कप कंपाने वाली ठंड में बढ़ोतरी होगी। पवनों की दिशा बदलने से आने वाले दिनों में एयर क्वालिटी इंडेक्स में फिर से बढ़ोतरी हो जाएगी, जिसकी वजह से धुंध कोहरा ( स्माॅग ) फिर से कोहराम मचाएंगा और आमजन को फिर से संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।

और पढ़ें
Next Story