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पीजीआईएमएस रोहतक में हर रोज Corona virus की चपेट में आ रहे हेल्थ केयर वर्कर, 8 दिन में 100 डॉक्टर, 193 कर्मी पॉजिटिव

कर्मचारियों को संक्रमण से बचाने के लिए पीजीआई ने अब ट्रॉमा सेंटर को कोविड अस्पताल बना दिया है। साफ निर्देश हैं कि जिन मरीजों ने अभी करोना की जांच नहीं करवाई है और उन्हें कोविड-19 लक्षण नजर आ रहे हैं तो वे आपातकालीन विभाग के साथ सी ब्लॉक में जांच करवाएं।

पीजीआईएमएस रोहतक में हर रोज Corona virus की चपेट में आ रहे हेल्थ केयर वर्कर,  8 दिन में 100 डॉक्टर, 193 कर्मी पॉजिटिव
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रोहतक पीजीआई।

हरिभूिम न्यूज : रोहतक

पीजीआईएमएस प्रशासन इन दिनों चिंता में है। कोविड की तीसरी लहर शुरू हो चुकी है। मरीज भर्ती होने लगे हैं। लेकिन मरीजों का संभालने का जिम्मा जिनके कंधों पर है, वे खुद ही वायरस की चपेट में आ रहे हैं। पीजीआई में हर रोज हेल्थ केयर वर्कर संक्रमित हो रहे हैं। हालात ये हैं कि 8 दिनों में 293 कर्मचारी पॉजिटिव हो चुके हैं। इनमें 100 डॉक्टर हैं। शुक्रवार को भी 45 कर्मचारियों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। इनमें 10 डॉक्टर भी शामिल हैं। कर्मचारियों को संक्रमण से बचाने के लिए पीजीआई ने अब ट्रॉमा सेंटर को कोविड अस्पताल बना दिया है। साफ निर्देश हैं कि जिन मरीजों ने अभी करोना की जांच नहीं करवाई है और उन्हें कोविड-19 लक्षण नजर आ रहे हैं तो वे आपातकालीन विभाग के साथ सी ब्लॉक में जांच करवाएं। लेकिन कोई भी पॉजिटिव मरीज आपातकाल विभाग में ना जाकर सीधा ट्रॉमा सेंटर में ही जाए।

पीजीआई में 258 बैड कोविड मरीजोंं के लिए है। यहां शुक्रवार को 11 नए मरीज भर्ती हुए और 9 ठीक होकर घर गए। शुक्रवार शाम तक यहां भर्ती मरीजों की संख्या 28 थी। इनमें से डे-केयर और ट्रॉमा आईसीयू के तीन मरीजों की हालत इतनी गंभीर हुई कि उन्हें वेंटिलेटर पर रखना पड़ा। इसे अलावा 4 मरीज ऐसे हैं, जो ऑक्सीजन पर सांस ले रहे हैं।

ट्रॉमा में 99 बैड खाली

ट्रॉमा सेंटर के आईसीयू में 27 बेड पर 4 मरीज भर्ती हैं। इसी तरह ट्रामा सेंटर के ट्रायज एरिया के 35 बेड पर 4 मरीज हैं। वही ट्रॉमा सेंटर के तृतीय तल पर बनाए गए वार्ड के अभी सभी 45 बेड खाली हैं। शुक्रवार शाम तक यहां कल 99 बैड खाली थे।

शुक्रवार को करीब 45 हेल्थ केयर वर्कर पॉजिटिव मिले हैं जिनमें से 10 चिकित्सक हैं। आमजन से अपील है कि कृपया करके घर से बाहर निकलने पर मास्क अवश्य लगाएं और हमेशा मास्क को नाक के ऊपर रखें। -डॉ. एसएस लोहचब, निदेशक, पीजीआईएमएस, रोहतक।

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