छत्तीसगढ़ के नायक : 900 गरीब परिवारों को मिला नया आशियाना, नदी किनारे अतिक्रमण की टेंशन भी दूर
प्रभावित परिवार को जिला प्रशासन की मदद से आबंटित किया गया है मकान। पढ़िए पूरी खबर-

बिलासपुर। बॉलीवुड अभिनेता अनिल कपूर की मशहूर फिल्म "नायक" जैसा सीन इन दिनों छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में देखने को मिल रहा है, जिस तरह फिल्म में बतौर मुख्यमंत्री अनिल कपूर ने बेसहारों और बेघरों को "तुकाराम" जैसे लोगों का मकान खाली करवाकर उनका अधिकार दिलवाया था। ठीक उसी तर्ज पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर बिलासपुर कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने गरीबों के सपने को हकीकत में तब्दील किया और नए आशियाने की सौगात देकर मकान मालिक बना दिया है। दरअसल बिलासपुर कलेक्टर की कमान संभालते ही महज 20 दिनों में ही नवपदस्थ कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने लगभग 900 गरीब परिवारों को उनकी पात्रता के हिसाब से मकान आबंटन किया है।
कलेक्टर की इस पहल ने स्थानीय लोगों को नदी किनारे अतिक्रमण में बसे होने की परेशानी से टेंशन मुक्त कर दिया है। लिहाजा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ड्रीम प्रोजेक्ट पर बिलासपुर कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर पूर्णरूप से खरे साबित हुए और बिना किसी दुविधा के सर्वसुविधायुक्त आशियाने में शिफ्ट करा दिया है। वहीं इस फैसले को लेकर बिलासपुर में राज्य सरकार और जिला प्रशासन की भूरी-भूरी प्रशंसा और सफलता की जमकर तारीफ़ हो रही है। साथ ही बिलासपुर के अरपा नदी के विकास कार्य अपनी गति की ओर एक-कदम आगे बढ़ चुका है।
बिलासपुर की जीवनदायनी अरपा नदी को संरक्षित और जीवत रखने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संकल्प लिया था कि हर स्थिति में बिलासपुर की शान और पहचान अरपा नदी में जल संरक्षित रखेंगे और इसका सौंदर्यीकरण करेंगे, जिसे अब मूर्तरूप देने का कार्य शुरू हो चुका है। यही वजह है कि शहर के नेहरु चौक स्थित इन्द्रासेतु नया पुल से लेकर शनिचरी रपटा तक नदी के दोनों किनारे सालों से नदी के सरकारी जमीन पर अवैध रूप से अतिक्रमण में घर बनाकर सैकड़ो बेजा कब्जाधारी और उन्ही मकानों में किराएदार रह रहें थे। जिसे हटाना बिलासपुर जिला प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती और मुश्किल से भरा टास्क भी था।
इस संदर्भ में कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने सभी राजनितिक दल, प्रशासनिक अधिकारी-कर्मचारी, समाज सेवक, जागरूक नागरिक सहित अतिक्रमणकारियों के प्रतिनिधियों अलग-अलग बैठक की थी और पूरे भरोसे में लेकर सबसे पहले प्रभावितजनों को सरकारी आवास आबंटन कर निगम की मदद से शिफ्ट कराया और फिर अतिक्रमण एरिया को ध्वस्त किया। हालांकि कुछ लोग मकान मिलने के बावजूद भी अमले की कार्यवाही के विरोध में जरुर खड़े थे, लेकिन उन सभी को मना लिया गया और चुनौती से भरे टास्क को अक्लमंदी से पूरा किया।
इस संबंध में नगर निगम महापौर रामशरण यादव ने बताया कि- अरपा नदी के सौन्दरीकरण का कार्य जल्द ही शुरू होने जा रहा है। सभी प्रभावित परिवार को मकान जिला प्रशासन की मदद से आबंटित किया गया है, जिससे बरसात के दिनों में आने वाली उनकी मुश्किलों से मुक्ति मिल चुकी है और अब खुद के आशियाने के मालिक भी बन चुके है।
कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने कहा कि- अरपा नदी विकास प्रोजेक्ट ना सिर्फ बिलासपुर बल्कि छत्तीसगढ़ के लिए मॉडल साबित होगा। इससे अरपा नदी में हमेशा पानी रहेगा, दो बैराज बनाएं जायेंगे। नदी के दोनों ओर सिक्सलेन सड़के और नदी को सौन्दरीकृत किया जाएगा। इस कार्य योजना की पूरी मानिटरिंग जिला प्रशासन और मैं स्वयं करूंगा और कहीं कोई देरी नहीं होगी। बल्कि जिला प्रशासन की कोशिश होगी कि निर्धारित समय अवधि के पहले ही कार्य पूरा किया जाए। इस प्रोजेक्ट के तैयार होने से शहर की ट्रैफिक का दबाव कम होगा। यह सबसे सुखद बात है कि जो भूमिहीन और मकानहीन थे, उन सभी 900 परिवारों को आवास आबंटन किया गया है। इससे बरसात और किसी भी मौसम में किसी तरह की कोई समस्या नहीं होगी। चूँकि उन सभी को सर्वसुविधा मकान में शिफ्ट कराया गया है। यह बिलासपुर जिला प्रशासन की मेरे कार्यकाल की पहली उपलब्धि है।