Bihar Assembly Election 2020: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहारवासियों के लिए लिखा पत्र, दिया ये संदेश
Bihar Assembly Election 2020: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहारवासियों को पत्र लिखकर संदेश दिया है। उन्होंने कहा है कि साल 2005 से आपने मुझे बिहार की सेवा करने का मौका दिया। इसके लिए मैं आप सबको धन्यवाद देना चाहता हूं।

Bihar Assembly Election 2020: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहारवासियों को पत्र लिखकर संदेश दिया है। उन्होंने कहा है कि साल 2005 से आपने मुझे बिहार की सेवा करने का मौका दिया। इसके लिए मैं आप सबको धन्यवाद देना चाहता हूं।
नीतीश कुमार ने लिखा ये पत्र
नीतीश कुमार ने लिखा कि मैं आपको धन्यवाद देना चाहूंगा कि आप सभी ने वर्ष 2005 से मुझे बिहार की सेवा करने का मौका दिया। हमलोगों ने समाज में अमन-चैन और भाईचारे का वातावरण बनाया, डर का माहौल खत्म हुआ और सभी क्षेत्रों में विकास का मार्ग प्रशस्त हुआ। हमने शिक्षा-स्वास्थ्य के क्षेत्र पर विशेष ध्यान दिया है। छात्र-छात्राओं को साईकिल, पोशाक, छात्रवृत्ति दी गई। अस्पतालों में ईलाज की बेहतर व्यवस्था की गई। हजारों सड़कों और पुलों का निर्माण किया गया जिससे 6 घंटे में राज्य के सबसे दूरस्थ इलाकों में भी पटना पहुंचना संभव हो सकता है। विकसित बिहार के 7 निश्चयों के तहत हर घर में बिजली पहुंचा दिया। हर घर में शौचालय का काम, हर टोले तक संपर्कता का काम लगभग पूर्ण हुआ। 83 प्रतिशत घरों में पीने का पानी और अधिकांश घरों तक पक्की गली-नालियां बन गई हैं। लक्ष्य लगभग पूरा हुआ है, बचे हुए कार्य भी शीघ्र पूरे होंगे।
पंचायती राज्य संस्थाओं तथा नगर निकायों में 50 प्रतिशत आरक्षण के अलावा महिलाओं को सरकारी नौकरियों में 35 प्रतिशत आरक्षण दिया गया। 10 लाख से अधिक जीविका समूहों के माध्यम 1 करोड़ 20 लाख महिलाओं को जोड़ा गया। इसमें उनमें चेतना आई। काम तो हमने हर समुदाय और समाज के सभी वर्गों के लिए किया। खासकर महिला, अनुसूचित जाति-जनजाति, अति पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यकों को विकास की मुख्य धारा में लाने के लिए कई कल्याणकारी कार्यक्रम चलाए गए हैं। किसानों की आय बढ़ाने के लिए कई योजनाएं चलाई गई है। पूर्ण शराब बंदी लागू की गई। शराबबंदी के लिए तथा बाल विवाह, दहेज प्रथा के विरुद्ध सामाजिक अभियान चलाया गया है। लोक शिकायत निवारण कानून के उपयोग से लोगों की समस्याओं का समाधान हो रहा है। जल-जीवन-हरियाली अभियान के माध्यम से जलवायु परिवर्तन के खतरों से निपटने के लिए काम हो रहा है।
कोरोना वायरस की भी चर्चा
उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के काल में लोगों को राहत पहुंचाने, जांच एवं चिकित्सा व्यवस्था के लिए हमने लगभग 10 हजार करोड़ रुपये से अधिक की राशि खर्च की है। हमें अभी भी सजग और सचेत रहने की जरूरत है। आपदा प्रबंधन में हमारे पहले कोई खास काम नहीं होता था, हमने ही लोगों को राहत पहुंचाना शुरू किया। हम जमीन पर काम करने में यकीन करते हैं, प्रचार में नहीं।
यदि हमें अगली बार सेवा का मौका मिलता है तो हम 7 निश्चय के द्वितीय चरण को लागू करेंगे। इन निश्चयों में युवा शक्ति को हुनरबंद बनाने, महिलाओं को सक्षम एवं स्वावलंबी बनाने, हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने, स्वच्छ एवं समृद्ध गांव तथा शहर बनाने, महत्वपूर्ण स्थानों तक सुलभ संपर्कता पहुंचाने के साथ-साथ मनुष्य एवं पशुओं के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने का संकल्प है।
बिहारी कहलाना अपमान नहीं
उन्होंने कहा कि अब बिहारी कहलाना अपमान नहीं बल्कि गर्व का विषय है। हमने जो काम किया वह सब आपके सामने है। लोगों की सेवा करना ही हमारा धर्म है। मुझे विश्वास है कि आपके सहयोग और आशीर्वाद से आनेवाले दिनों में हर राज्य को विकास की और ऊंचाईयों तक पहुंचाते हुए सक्षम एवं स्वावलंबी बिहार बनाएंगे।