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6 माह तक किशोरी के साथ हुई दरिंदगी, मौत के बाद पुलिस ने रास्ते में ही करा दिया अंतिम संस्कार!, पिता ने कही ये बात

कानपुर में मंगलवार को गैंगरेप पीड़िता ने एक बच्चे को जन्म दिया और उसके बाद मां और बच्चे दोनों की मौत हो गई. 6 महीने तक बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया। नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने आरोपी लेखपाल को बुधवार को कोर्ट में पेश किया।

6 माह तक किशोरी के साथ हुई दरिंदगी, मौत के बाद पुलिस ने रास्ते में ही करा दिया अंतिम संस्कार!, पिता ने कही ये बात
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कानपुर में मंगलवार को गैंगरेप पीड़िता ने एक बच्चे को जन्म दिया और उसके बाद मां और बच्चे दोनों की मौत हो गई. 6 महीने तक बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया। नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने आरोपी लेखपाल को बुधवार को कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया। उधर, हंगामे की आशंका पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने मां-बच्चे के शव को गांव नहीं जाने दिया।

पुलिस ने दबाव में दोनों का अंतिम संस्कार कानपुर के भैरव घाट पर करा दिया। इसके बाद परिजन अपने गांव ले गए। मामला काकवां थाना क्षेत्र का है। जहां लेखपाल रंजीत ने अपने तीन साथियों के साथ 16 साल की बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। लड़की के परिवार को इसकी जानकारी तब हुई जब वह 4 महीने की गर्भवती थी। इसके बाद 11 अक्टूबर को पिता ने बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने के आरोप में 4 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

उन्होंने 14 दिसंबर को कानपुर हैलेट अस्पताल में एक बच्चे को जन्म दिया। लेकिन मां और बच्चे दोनों की मौत हो गई। पोस्टमार्टम हाउस में बुधवार सुबह से एसडीएम बिल्हौर, आउटर एडिशनल एसपी आदित्य शुक्ला, सीओ बिल्हौर व सदर समेत कई थानों की फोर्स मौजूद रही। पीड़ित परिवार ने बताया कि पुलिस ने दबाव में शव का अंतिम संस्कार कर दिया।

जबकि वह बेटी का अंतिम संस्कार गांव में ही करना चाहते थे। इतना ही नहीं पुलिस ने परिजनों के मीडिया से बात करने पर भी रोक लगा दी थी। प्रशासन ने पीड़ित परिवार को मुआवजे का आश्वासन देकर शांत कराया। आईजी रेंज कानपुर प्रशांत कुमार ने बताया कि मामले की जांच अपर एसपी आउटर को सौंपी गई है। जांच में दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

पीड़ित परिवार के घर तैनात की गई पुलिस फोर्स

एसपी आउटर अजीत कुमार सिन्हा ने कहा पीड़ित परिवार के घर के बाहर फोर्स तैनात कर दी गयी है। उन्होंने कहा घर में आने वाले हर व्यक्ति की पुलिस जांच कर रही है। काफी पूछताछ के बाद परिजनों को मिलने दिया जा रहा है। गांव के लोगों ने बताया कि राजनीतिक दल पीड़ित परिवार की मदद करने के साथ-साथ इसे मुद्दा बनाना चाहते हैं. इसे लेकर जिला प्रशासन पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है। ताकि शहर का माहौल न बिगड़े।

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