जशपुर में बिछने लगी बर्फ की चादर, माईनस तक जा पहुंचा पारा
ठण्ड से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं। पढ़िए पूरी खबर-

जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर में बदलते मौसम के साथ ही ठण्ड काफी बढ़ गई है और पहाड़ी इलाकों में बर्फ की चादरें बिछने लगी हैं। जिससे यहां का मौसम और भी अधिक ठंडा हो गया है। पिछले पांच दिनों से लगातार तापमान की गिरावट से ठण्ड का कहर बढ़ गया है और पारा माईनस तक जा पहुंचा है। आसमान से बादल छंटने के साथ ही एक बार फिर जशपुरांचल ने बर्फ की चादर ओढ़ ली है और जिले में ठंड से आम जनजीवन तो प्रभावित हो रहा है। इसके साथ ही फसलों को भी खासा नुकसान हो रहा है। ठण्ड से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं ।
यह जशपुर के पहाड़ी क्षेत्र व पाठ का है, जहां सुबह-सुबह पेड़ पौधों में बर्फ की चादर दिखी। यहां के पहाड़ी इलाको में इन दिनों बर्फ की चादर देखने को मिल रही है। पंडरापाठ, सन्ना समेत जशपुर व बगीचा के के नगरीय इलाको में बर्फ की चादर बिछने लगी है। शीत लहर से जिले में तापमान का पारा न्यूनतम 5 डिग्री तक गिर गया है। पिछले पांच दिनों से पड़ रहे कड़ाके की सर्दी ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। सर्द हवाओं के असर से इन दिनों धूप में भी लोगों को ठंड से राहत नहीं मिल पा रही है। ठंड का सबसे अधिक असर जिले के पाठ क्षेत्रों में नजर आ रहा है। यहां तापमान माईनस तक पहुंचने से लोगों की दिनचर्या भी बदल गयी है सुबह 10 बजे घर से निकल रहें हैं तो 6 बजे घरों में घुसने को मजबूर हो गए हैं। वहीँ इस ठंड से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं तो बूढे लोगों को सामाजिक लोगों को साल व कंबल वितरण करके ठंड से निजात पाने की तैयारी की जा रही है। यहां की पहाड़ी फसल टाऊ, सरसों समेत अन्य फसलों पर भी बुरा असर पड़ रहा है, जिससे किसान भी चिंतित हैं।
उत्तर छत्तीसगढ़ के कई जिलों समेत दुर्ग में शीतलहर चलने के साथ कड़ाके की ठंड पड़ रही है। जशपुर और कोरिया में शनिवार को न्यूनतम तापमान 3.2 डिग्री रहा। पेंड्रारोड का 7, अंबिकापुर 6, कोरबा में 7.7 डिग्री रहा। कवर्धा के चिल्फी घाटी में भी पाला पड़ रहा है, जबकि जशपुर में बर्फ जमने लगी है। इस बीच राजधानी तापमान 12.2 से बढ़कर 13.8 डिग्री पर आ गया।