कोरोना योद्धाओं को नहीं मिल रहा वेतन, सरकार की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल
तृतीय श्रेणी कर्मचारी संघ ने की वेतन देने की मांग

भोपाल. मध्यप्रदेश सरकार कोरोना से लड़ाई के लाख दावे करे लेकिन सरकार के सारे दावे खोखले नजर आ रहे हैं. सरकार की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कोरोना महामारी से दिन रात एक करके जूझ रहे कोरोना योद्धाओं को सरकार वेतन तक नहीं दे पा रही है.
कोविड महामारी से लड़ने के लिये सरकार ने सविंदा आधार पर एनएनएम, स्टाफ नर्स और चिकित्सकों की भर्ती की थी. लेकिन लगभग दो महीने बीत जाने के बाद भी इन संविदा कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया गया है. मध्यप्रदेश तृतीय श्रेणी कर्मचारी संघ ने प्रदेश सरकार के अपर मुख्य सचिव को पत्र लिखकर सविंदा पर रखे गये कर्मचारियों को वेतन देने की मांग की है. कर्मचारी संघ ने आरोप लगाया कि इस महामारी के बीच में रात दिन ड्रूयटी कर रहे कोरोना योद्धा दूसरों की जान बचाने में जुटे हैं. लेकिन इनका खुद का परिवार भूख से मरने की कगार पर आ गया है.