हाथरस की घटना पर कन्हैया कुमार नाराज - 'लुट रही बेटियों की आबरू भरे बाज़ार में, कहां गए वो जो कहते थे हम भी चौकीदार हैं'
जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने यूपी की हाथरस की घटना पर गहरी नाजराजगी जाहिर की है। कन्हैया ने कहा कि 'लुट रही है बेटियों की आबरू भरे बाज़ार में, कहां गए वो जो कहते थे हम भी चौकीदार हैं।'

जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने मंगलवार को एक के बाद एक कई ट्वीट कर हाथरस की घटना पर गहरा रोष जाहिर किया है। इसके अलावा एक और अन्य ट्वीट के माध्यम से उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की स्थिति खराब होने की बात कही है। कन्हैया कुमार ने कहा कि बिहार में भाजपा व नीतीश कुमार का दिया बुझने वाला है व राजद का लालटेन जलने वाला है।
कन्हैया कुमार ने यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार से हाथरस गैंगरेप मृतक दलित बेटी के हत्यारों को फांसी पर लटकाये जाने की मांग की है। वहीं कन्हैया कुमार ने पूछा कि हाथरस के दरिंदों 'संदीप, लवकुश, रामू और रवि' के ऊपर एनएसए कब लगेगा? इनके घरों पर बुलड़ोज़र कब चलेगा? इनकी तस्वीरें चौराहों पर कब लगेंगी?
हाथरस की घटना को लेकर कन्हैया कुमार ने तथाकथित राष्ट्रवादियों को भी निशाना लिया है। उन्होंने कहा कि दफ़्तर की दीवार गिरी तो कंगना की आंखों में आंसू आ गए, तथाकथित राष्ट्रवादी दर्द बांटने लगे, तानाशाही के कसीदे पढ़े गए। यूपी में दलित बेटी का 4 दबंगों ने मिल कर रेप किया, जीभ काटी व उसकी मृत्यु हो गई। अब कहां गई संवेदना? भाजपा सरकार है तो सब चलता है? इसे राष्ट्रवाद कहते हो?
कन्हैया कुमार ने कहा कि कहां गए वो अनपढ़, गंवार, ज़ाहिल जो कहते थे कि रेप के लिए फांसी की सज़ा कर दो, बन्द हो जाएंगे, बलात्कारी संस्कृति को सींच रहे हैं व बलात्कार रोकने की बात करते हैं। कन्हैया कुमार ने कहा कि अब रेप/गैंगरेप के बाद मारने लगे हैं। जातिवादी, भेदभाव की संस्कृति बदलो।
कन्हैया कुमार ने कहा कि घटना को याद करते हुए बच्ची की मां कहती है, ''वह नंगी थी और...उसकी हालत बहुत बुरी थी और बेहोश थी।' मैं उसे देखकर रोने लगी। वहीं कन्हैया ने कहा कि जिसको भी आज जरा सी शर्मिंदगी हो रही हो, वह लिखे - 'मनीषा, हम शर्मिंदा, तेरे कातिल जिंदा हैं।'
कन्हैया कुमार ने कहा कि लुट रही है बेटियों की आबरू भरे बाज़ार में, कहां गए वो जो कहते थे हम भी चौकीदार हैं। ये शोक से भरी खबर है। जिसे पढ़कर इंसानियत से भरोसा हिल जाएगा। हाथरस की गुड़िया नहीं रही। गैंगरेप के बाद दलित बिटिया की जुबान काटी गई और भयानक जख्म दिए गए थे। गुड़िया की मौत उत्तर प्रदेश के लिए कलंक है। पुलिस दरिंदों को बचाती रही। 8 दिन लगे थे गैंगरेप धारा लिखने मे। आज शोक दिवस है। हाथरस की रेप पीड़ित बिटिया ने आख़िरकार आज मौत से लड़ते लड़ते दम तोड़ दिया !
कन्हैया कुमार ने घटना को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ को घेरते हुये कहा कि 'ज़ुल्म वाला रिवाज लाये हो, कैसा ज़ालिम समाज लाये हो ! योगी जी आपको मुबारक हो, वाह क्या रामराज लाये हो! वहीं कन्हैया ने कहा कि हाथरस गैंगरेप मृतक दलित बेटी के हत्यारों को फांसी पर लटकाओ। योगी सरकार कान खोलकर सुन लें। कन्हैया कुमार ने कहा, हाथरस पुलिस मुर्दाबाद। ठोककर बताये मेरे पर मुकदमा। अब डरना नहीं, सीधे लड़ना इस सोई पुलिस और सिस्टम से।
कन्हैया कुमार ने हाथरस की घटना को लेकर मीडिया पर भी सवाल उठाये हैं। कन्हैया कुमार ने कहा कि हाथरस की घटना पर विभेदकारी मीडिया खामोश क्यों हैं? भारत का जातिवादी मीडिया पीड़ित बेटियों की जाति देखकर आवाज उठाता है। हमारी बेटी जब तक लाश नहीं बन जाती है ख़बर नहीं बन पाती हैं। इस जातिवादी मीडिया पर ढेर सारी लानत देता हूं। शर्म आनी चाहिए।