भ्रष्टाचार: 263 करोड़ से निर्मित पुल ध्वस्त होने के बाद मुकेश सहनी ने नीतीश कुमार पर उठाए सवाल
बिहार के गोपालगंज में 263.47 करोड़ की लागत से निर्मित छपरा- सत्तरघाट पुल ध्वस्त हो गया। बीते 16 जून को सीएम नीतीश कुमार ने इसका उद्घाटन किया था। आज 29 दिन बाद यह पुल ध्वस्त हो गया। जिसको लेकर राजद नेता तेजस्वी यादव, वीआईपी के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने बिहार के सुशासन पर सवाल उठाएं हैं।

राजद नेता तेजस्वी यादव ने बताया कि सत्तरघाट-छपरा पथ करीब आठ वर्ष में 263.47 करोड़ की लागत से तैयार हुआ था। तेजस्वी यादव ने कहा कि विगत 16 जून को सीएम नीतीश कुमार ने इस पथ का उद्घाटन किया था और आज 29 दिन बाद यह पुल ध्वस्त हो गया। इसके बाद तेजस्वी यादव ने तंज कसा कि ख़बरदार! अगर किसी ने इसे नीतीश जी का सुशासनी भ्रष्टाचार कहा तो? 263 करोड़ तो सुशासनी मुंह दिखाई है। इतने की तो इनके चूहे शराब पी जाते हैं।
गुरुवार को वीआईपी के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने भी फेसबुक पोस्ट के जरिए बिहार में नीतीश कुमार के 15 वर्षों में विकास के दावों की पोल खोली है। मुकेश सहनी ने पुल ध्वस्त हो जाने के बाद लिखा कि गत 16 जून को सुशासन बाबू नीतीश कुमार ने इसका उद्घाटन किया था। यह पुल आठ वर्षों में बनकर तैयार हुआ था और इस पर 263.47 करोड़ रुपये की लागात आई थी। सहनी ने बिहार सरकार पर तंज कसते हुए लिखा कि यह भी एक रूप सुशासन का, 15 वर्षों में बिहार को ध्वस्त करने के अलावा और क्या किए हैं। इसके बारे में तो सुशासन बाबू ही बताएंगे!
जानकारी के अनुसार गंडक नदी में आई बाढ़ से बुधवार को छपरा- सत्तरघाट पुल के समीप एप्रोच सड़क करीब 30 फीट में ध्वस्त हो गई। टूटी हुई सड़क से पकहां, शीतलपुर, उसरी, गम्हारी दियारा सहित अन्य कई गांवों में बाढ़ का पानी तेजी से जमा हो रहा है। इससे अब जमीदारी बांध पर भी खतरा मंडराने लगा है। मामले पर डीएम अरशद अजीज ने बताया कि एप्रोच सड़क हाल ही में बनाई गई थी। बाढ़ के पानी के दबाव के कारण एक हिस्सा धंसकर टूट गया है। पानी कम होने के बाद सड़क को दुरुस्त कराया जाएगा। सत्तर घाट मुख्य पुल से करीब एक किलोमीटर पूर्व सड़क के टूट जाने से छपरा, सीवान, गोपालगंज जिलों से मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, दरभंगा का आवागमन ठप हो गया है।
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि लगातार हो रही बारिश से सड़क दलदली हो गई थी। इस बीच बाढ़ के पानी से टूट गई है। सड़क का निर्माण करीब छह महीने पूर्व कराया गया था। स्थानीय विधायक मिथिलेश तिवारी ने पथ निर्माण मंत्री नन्द किशोर यादव से मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है। विधायक ने बताया कि पथ निर्माण मंत्री ने जांच कराकर दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। यहां बता दें कि सत्तर घाट पुल का रास्ता बहुत ही महत्वपूर्ण है। इसी पथ का चयन रामजानकी पथ में हुआ है। पुल के बन जाने से केसरिया से छपरा, सिवान, गोपलगंज, पटना व कुशीनगर की दूरी कम हो गई है।