Viral Fever से अब तक 25 बच्चों की मौत, पाण्डेय ने जिला अस्पतालों के लिए रवाना की राज्य स्वास्थ्य समिति की टीम
बिहार में बीते करीब एक माह से वायरल बुखार कहर बरपा रहा है। वहीं इसकी चपेट में आकर करीब 25 बच्चों की मौत हो चुकी है। विभिन्न बच्चे बीमार हैं। वहीं बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने कहा कि सभी जिला अस्पतालों के दौरे पर राज्य स्वास्थ्य समिति के टीम भेजी गई है। जो इस संबंध में रिपोर्ट सौंपेगी।

प्रतीकात्मक तस्वीर
बिहार (Bihar) में वायरल फीवर (viral fever) अचानक बच्चों पर कहर बरपाने लगा है। साथ ही वायरल बुखार तेजी से बच्चों को अपनी चपेट में ले रहा (Children in the grip of viral fever) है। बिहार में वायरल बुखार के सबसे ज्यादा तेजी मामले मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur), पूर्वी चंपारण (East Champaran), पश्चिमी चंपारण (West Champaran), सिवान (Siwan), गोपालगंज (Gopalganj) और मधुबनी (Madhubani) समेत विभिन्न जिलों से सामने आ रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बीते एक माह के अंदर बिहार में वायरल बुखार की वजह से करीब 25 बच्चे दम तोड़ चुके (25 children died of viral fever) हैं। वही विभिन्न बच्चे वायरल बुखार से गंभीर रूप से बीमार (Child seriously ill with viral fever) हैं। जिनका अस्पतालों में उपचार जारी है।
वैसे कोरोना (Corona) की संभावित तीसरी लहर के बीच यह भयभीत कर देने वाली खबर सामने आई है। वैसे वायरल बुखार से ग्रस्त बच्चों की कोरोना जांच की गई है। जिसमें यह बच्चे निगेटिव पाए गए हैं। इसके आधार पर डॉक्टरों ने कहा है कि यह कोरोना की तीसरी लहर नहीं है। दूसरी ओर पटना के पीएमसीएच समेत तमाम बड़े अस्पतालों में बच्चों के वार्ड में बेड फुल हो चुके हैं। बिहार में स्वास्थ्य विभाग की ओर से अलर्ट जारी कर दिया गया है। वहीं राज्य स्वास्थ्य समिति को निर्देश दिया गया है कि सभी जिला अस्पतालों में पहुंचकर वहां के हालातों का जायजा लिया जाए और स्थिति की रिपोर्ट सौंपी जाए।
दूसरी ओर बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय (Bihar Health Minister Mangal Pandey) का भी मामले पर ट्वीट सामने आया है। जिसमें मंगल पाण्डेय ने कहा कि है कि बच्चों में वायरल बुखार के मामले को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क और सचेत है। बिहार में सभी मेडिकल कॉलेज सह अस्पतालों, जिला अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को वायरल बुखार से पीड़ित बच्चों का प्राथमिकता के आधार पर इलाज करने के निर्देश दिये गये हैं। बुखार को लेकर विभागीय स्तर पर मेडिकल टीमों का गठन हुआ है। जिसमें एकत्रित रोग निगरानी परियोजना (आइडीएसपी) के विशेषज्ञ इस टीम में शामिल है। एक टीम मुजफ्फरपुर, दूसरी गोपालगंज व तीसरी टीम सिवान भेजी गई है। यह टीम इलाजरत बच्चों की स्थिति की सही जानकारी स्वास्थ्य विभाग को सौंपेगी। वहीं मंगल पाण्डेय ने बताया है कि कई विशेषज्ञों से बात कर ज्ञात हुआ है कि वायरल बुखार ही है। बीमार बच्चों का बेहतर उपचार करने के लिए निर्देश दे दिया गया है। साथ वह स्वयं इस केस पर ध्यान दे रहे हैं व लगातार अधिकारियों से संपर्क साधे हुए हैं।
पटना के अस्पतालों में तमाम बेड फुल
पटना में भी वायरल बुखार के मामले देखे जा रहे हैं। राजधानी पटना में सरकारी अस्पतालों में बच्चों के वार्ड में कोई बेड रिक्त नहीं हैं। पटना के महावीर वात्सल्य अस्पताल में भी पीकू और नीकू वार्ड के तमाम 80 बेड भरे हुए हैं। चिकित्सकों का कहना है कि यह वायरल बुखार कोरोना का ही साइड इफेक्ट है। इस कारण बच्चों को खांसी, सांस लेने में दिक्कत और सर्दी से पीड़ित हो रहे हैं।
पश्चिम चंपारण की स्थिति
कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के चलते पहले से स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है। पश्चिम चंपारण में विभिन्न बच्चे वायरल फीवर से ग्रस्त हैं। बच्चों का अस्पताल में इलाज जारी है। मासूम बच्चों में बुखार, सर्दी और खांसी के साथ निमोनिया के सिस्टम पाए जा रहे हैं। स्थिति यह है कि चंपारण जिले का सबसे बड़ा अस्पताल जीएमसीएच में तमाम बेड फुल हो गए हैं। वहीं सैकड़ों बच्चों का प्राइवेट अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
गोपालगंज में एईएस की हुई पुष्टि
वहीं गोपालगंज में वायरल फीवर से तीन बच्चों की संदिग्ध मौत हो गई। इस मामले में स्वास्थ विभाग की ओर से एक बच्चे की मौत का कारण एईएस बताया गया है। सिविल सर्जन डॉक्टर योगेंद्र महतो अनुसार 3 बच्चों की मौत हो जाने की सूचना मिली है। इनमें से एक बच्चे में एईएस के सिस्टम मिले थे। बच्चे को उपचार के लिए मुजफ्फरपुर भेजा गया था। लेकिन उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। बैकुंठपुर में भी करीब 5 दर्जन बच्चे वायरल बुखार से पीड़ित बताए जा रहे हैं।
बगहा में मिला जापानी इंसेफेलाइटिस का केस
वहीं बगहा में रामनगर स्थित डैनमरवा गांव में जापानी इंसेफेलाइटिस का केस मिला है। इससे स्वास्थ विभाग में हड़कंप मच गया है। डैनमरवा गांव की दलित बस्ती में जापानी इंसेफेलाइटिस का रोगी मिलने की जानकारी मिली है। इसपर पीएचसी की मेडिकल टीम गांव पहुंची। जहां टीम ने पीड़ित के पड़ोसियों के घरों में भी जांच की। इस दौरान टीम को अन्य किसी भी बच्चे में जापानी इंसेफेलाइटिस के सिस्टम नहीं मिले।
सिवान की ये है स्थिति
सिवान में भी वायरल बुखार से विभिन्न बच्चे ग्रस्त बताए जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार प्रतिदिन 25 से 30 वायरल फीवर से ग्रस्त बच्चे सदर अस्पताल में पहुंच रहे हैं। दूसरी ओर प्रखंडों स्तर पर स्थित उपस्वास्थ्य केंद्रों पर प्रतिदिन 10 से 12 वायरल बुखार से पीड़ित बच्चे पहुंच रहे हैं।
दरभंगा के हाल
दरभंगा जिले में भी वायरल बुखार का असर देखा जा रहा है। यहां विभिन्न बच्चे इससे पीड़ित हैं। बताया जा रहा है कि दरभंगा के डीएमसीएच के शिशु वार्ड में एक भी बेड खाली नहीं है। इन हालातों के बीच एक्स्ट्रा बेड का इंतजाम किया जा रहा है।
खगड़िया में मचा हुआ है हड़कंप
खगड़िया जिले के बेलदौर प्रखंड स्थित बोबिल पंचायत में बीते एक माह में छह बच्चों की मौत हो गई है। जिसके चलते पूरे जिले में हड़कंप मचा हुआ है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बीते 7 अगस्त से 22 अगस्त के बीच में बोबिल पंचायत स्थित कई गांवों में छह बच्चों की मौत हो गई। वहीं सिविल सर्जन ने बताया है कि इन बच्चों की मौत अलग अलग कारण से हुई है।