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कानपुर में प्रेमी ने दोस्त संग मिलकर किया नाबालिग प्रेमिका से सामूहिक दुष्कर्म, पुलिस पर भी गंभीर आरोप

नर्वल के एक गांव में रहने वाली महिला ने बताया कि उनकी बेटी के साथ यह घिनौनी वारदात कुमहुपुर और पिपरगवां गांव के बीच जंगल में हुई। दो थानों की पुलिस उन्हें शिकायत दर्ज कराने के लिए दौड़ा रही है। उधर, संबंधित पुलिस थाना प्रभारियों ने अलग ही दलील दी है। पूरा मामला इस रिपोर्ट में पढ़िये...

कानपुर में प्रेमी ने दोस्त संग मिलकर किया नाबालिग प्रेमिका से सामूहिक दुष्कर्म, पुलिस पर भी गंभीर आरोप
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Gangrape

उत्तर प्रदेश में बच्चियों और महिलाओं से रेप (Rape) की वारदातें थमने का नाम नहीं ले रही। आए दिन कहीं न कहीं से ऐसी घटना सामने आ ही जाती है। महिला विरोधी अपराध (Crime Against Women) को अंजाम देने वाले लोगों के इरादे तब और बुलंद हो जाते हैं, जब पुलिस पर सामूहिक दुष्कर्म (Gang Rape) जैसे मामलों में भी पीड़िता की शिकायत दर्ज न करने का आरोप लगता है। ऐसा ही एक मामला कानपुर (Kanpur) से सामने आया है, जहां एक युवक ने अपने दोस्त के साथ मिलकर अपनी ही प्रेमिका से सामूहिक दुष्कर्म किया, लेकिन वारदात के करीब तीन दिन बाद भी पीड़िता केस दर्ज कराने के लिए पुलिस थाने के चक्कर काट रही है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नर्वल के एक गांव में रहने वाली महिला ने बताया कि उसकी 14 वर्षीय बेटी को बिधनू के कुमहुपुर निवासी 19 वर्षीय युवक ने प्रेम जाल में फंसा लिया था। शुक्रवार की शाम पति के साथ रिश्तेदारों के घर गई थी। जब वापस लौटी तो बेटी ने अपने साथ हुई वारदात के बारे में बताया।

पीड़िता ने बताया कि घर में अकेली होने की बात पता चलने पर उसके प्रेमी ने बाहर घूमने चलने के लिए कहा था। वो तैयार हो गई। इसके बाद कुमहुपुर और पिपरगवां गांव के बीच जंगल में ले गया। वहां उसका एक दोस्त पहले से मौजूद था। दोनों ने उसके साथ छेड़खानी शुरू कर दी। जब विरोध किया तो बुरी तरह पीटा। इसके बाद बारी-बारी से उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी लड़की को उसके गांव के बाहर छोड़कर फरार हो गए और जाने से पहले धमकी दे गए कि अगर किसी को बताया तो उसकी ही बदनामी होगी और जिंदा नहीं बचेगी।

पीड़िता की मां का आरोप है कि उन्होंने बेटी के साथ हुई वारदात का पता चलने के बाद तुरंत बिधनू थाना पुलिस को शिकायत देनी चाही, लेकिन वहां से उन्हें नर्वल थाना भेज दिया गया। परिजनों ने आरोप लगाया कि नर्वल थाने में भी उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। इस बारे में जब मीडिया ने संबंधित थाना प्रभारी विनोद कुमार का पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने ऐसी किसी घटना की जानकारी होने से ही इनकार कर दिया। उधर, नर्वल थाना प्रभारी शेष नारायण ने भी यह कहते हुए पीछा छुड़ा लिया कि उनके पास कोई लिखित शिकायत नहीं है। अगर लिखित शिकायत मिलती है तो केस दर्ज करके आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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