यूपी के 25 स्कूलों में शिक्षक फर्जी कागज से कर रही थी नौकरी, असली नाम है प्रिया जाटव
यूपी (Uttar Pradesh) के 25 स्कूलों में शिक्षक की नौकरी करने के मामले में एक और खुलासा सामने आया है। एक साथ 25 स्कूलों में नौकरी करने वाली शिक्षिक का असली नाम प्रिया जाटव है।

उत्तर प्रदेश के 25 स्कूलों में एक साथ नौकरी करने के केस में एक और नया खुलासा सामने आया है। प्रदेश के जिस 25 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में अनामिका शुक्ला के नाम से नौकरी कर रही थी, असल में उसका नाम प्रिया जाटव है।
पुलिस शनिवार को कासगंज से अनामिका सिंह, असल नाम प्रिया जाटव को गिरफ्तार किया था। कोतवाली सोरों पुलिस ने बेसिक शिक्षा अधिकारी अंजलि अग्रवाल की तहरीर पर धारा 420, 467 और 468 के तहत मामला दर्ज किया है, जिसमें अनामिका के खिलाफ धोखाधड़ी और फर्जी दस्तावेज के रिकॉर्ड है।
वहीं रायबरेली में फर्जी शिक्षिका अनामिका शुक्ला के मामले में बीएसए आनंद प्रकाश शर्मा ने बछरांवा थाने में एफआईआर दर्ज करवाई हैं। फिलहाल पुलिस अनामिका सिंह और प्रिया जाटव के नाम की जांच कर रही है।
फर्जी दस्तावेज के जरिए 25 नौकरी का उठा रही थी लाभ
बताया जा रहा है कि कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में कॉन्ट्रैक्ट पर लगने वाली नौकरी में दस्तावेज की जांच नहीं होती है। इंटरव्यू के दौरान जरूरतमंद कागजात देखे जाते हैं। चयन मेरिट के आधार पर किया जाता है। इस मेरिट को अपना आधार बनाकर अनामिका के दस्तावेजों का फायदा उठाया।
इसका कारण है कि इस दस्तावेज में ग्रेजुएशन को छोड़ कर हाईस्कूल से इंटर तक 76 फीसद से ज्यादा अंक हैं, जो चयन के लिए फायदेमंद था। अनामिका असल नाम प्रिया जाटव ने बताया कि वह गोंडा के रघुकुल विद्यापीठ में बीएससी कर रही थी।
इस दौरान उसकी मुलाकात मैनपुरी निवासी राज नाम के व्यक्ति से हुई थी। उसने एक लाख रुपए में फर्जी दस्तावेज बनाकर नौकरी लगवाने का डील हुई थी। डील के अनुसार उसने अगस्त 2018 में इसे नियुक्ति पत्र भी दिला दिया था।
इसके बाद प्रदेश में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में कार्यरत अनामिका शुक्ला ने एक साथ अमेठी, अंबेडकरनगर, रायबरेली, प्रयागराज, अलीगढ़ समेत 25 जिलों में शिक्षक पद पर कार्यरत थी। एक साल में करीब एक करोड़ रुपए वेतन कमाए।
कासगंज बेसिक शिक्षा अधिकारी अंजली अग्रवाल का कहना है कि इंटरव्यू के दौरान मूल दस्तावेज देखी जाती है। अगर दस्तावेज पर लगी तस्वीर धुंधली हो तो आधार कार्ड और अन्य पहचानपत्र के आधार पर चयन किया जाता है।
अनामिका शुक्ला के मूल दस्तावेज में धुंधली फोटो इस फर्जी नौकरी का हिस्सा बना। इसी तरह प्रिया जाटव ने बैंकों में अनामिका शुक्ला के नाम से खाता भी खुलवाया। पुलिस बैंकों के खाते की भी जांच कर रही है।