पंजाब में शिक्षकों की परेशानियां फिर बढ़ी, अब एनआरआई को क्वारंटाइन सेंटर से लाने का ओदश जारी
पंजाब में शिक्षकों की परेशानियां बढ़ती ही जा रही हैं। प्रदेश में लॉकडाउन की वजह से स्कूल तो बंद हैं ही, पर शिक्षकों को लेकर बेतुके ओदश जारी हो रहे हैं। अब एक नया आदेश जारी किया गया है, जिसके तहत अब शिक्षक एनआरआईएज को क्वारंटाइन सेंटर पहुंचाएंगे।

चंडीगढ़। पंजाब में शिक्षकों की परेशानियां बढ़ती ही जा रही हैं। प्रदेश में लॉकडाउन की वजह से स्कूल तो बंद हैं ही, पर शिक्षकों को लेकर बेतुके ओदश जारी हो रहे हैं। अब एक नया आदेश जारी किया गया है, जिसके तहत अब शिक्षक एनआरआईएज को क्वारंटाइन सेंटर पहुंचाएंगे। बताया जा रहा है कि इस आदेश के जारी होने के बाद प्रदेश में इसको लेकर बहुत नाराजगी जताई जा रही है। बता दे कि इससे पहले भी शिक्षकों को रात में अवैध रेत खनन पर निगरानी रखने का आदेश दिया गया था। गैर शैक्षिक कार्य न लेने के शिक्षा विभाग के आदेश के बावजूद उनकी ड्यूटी अलग-अलग कार्यों में लगाई जाती है।
ग्रेटर लुधियाना डेवलपमेंट अथॉरिटी ने गत दिवस आदेश जारी करके 25 अध्यापकों की ड्यूटी एनआरआइज को एयरपोर्ट से क्वारंटाइन सेंटर तक लाने की लगाई। इसमें यह भी कहा गया कि ऐसा न करने वाले अध्यापकों के खिलाफ डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। उधर, शिक्षा मंत्री ने कहा कि ग्लाडा को ऐसा आदेश देने का हक नहीं है।
आदेश को लेकर शिक्षामंत्री ने जताई नाराजगी
पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने ग्लाडा के इस फैसले पर नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि जब शिक्षा का अधिकार कानून में साफ तौर पर कहा गया है कि शिक्षकों से गैर शैक्षिक कार्य नहीं लेना है तो फिर क्यों शिक्षकों को ऐसे कामों पर लगाया जा रहा है? क्या सरकार के पास कोविड से निपटने के लिए मैन पावर की कमी है।
एक ओर सरकार अपने कामों का गुणगान करने के लिए सात करोड़ खर्च करके प्राइवेट एजेंसियों को हायर कर रही है, वहीं दूसरी ओर एनआरआइज को एयरपोर्ट से लेकर क्वारंटाइन सेंटर तक लाने के लिए प्राइमरी स्कूलों के अध्यापकों की ड्यूटी लगाकर ब'चों की जान को खतरे में डाल रही है।