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शिमलावासी गाद युक्त पानी पिने को मजबूर, अधिक बारिश होने से पानी का शेड्यूल गड़बड़ाया

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में लगातार हो रही बारिश से शिमला शहर में पेयजल संकट गहरा गया है। शहर की विभिन्न पेयजल परियोजनाओं में गाद आने से शहर में पानी का शेड्यूल गड़बड़ा गया है।

शिमलावासी गाद युक्त पानी पिने को मजबूर, अधिक बारिश होने से पानी का शेड्यूल गड़बड़ाया
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फाइल फोटो

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में लगातार हो रही बारिश से शिमला शहर में पेयजल संकट गहरा गया है। शहर की विभिन्न पेयजल परियोजनाओं में गाद आने से शहर में पानी का शेड्यूल गड़बड़ा गया है। लगातार हो रही बारिश के चलते बुधवार को गिरि पेयजल परियोजना में कुल मात्रा की आधी पानी की आपूर्ति हो पाई है, जिसके चलते आधे शहर में ही पानी की आपूर्ति हुई। हालांकि, शिमला जल निगम ने मंगलवार को ही पानी की आपूर्ति के बारे में शहरवासियों को अवगत करवा दिया था, लेकिन बुधवार को भी जिन क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति की गई उन क्षेत्रों में भी लोगों को गादयुक्त पानी की आपूर्ति हुई।

बारिश के चलते बुधवार को शहरवासियों को विभिन्न पेयजल परियोनाओं गुम्मा, गिरि, चुरट, सियोग, चेयड और कोटी बरांडी से 46.64 एमएलडी की आपूर्ति ही हो पाई, लेकिन फिर भी शहरवासियों को तीसरे दिन ही पानी की आपूर्ति की जा रही है। जल निगम के पास पर्याप्त पानी होने के बाद भी शहरवासियों को रोजाना पानी की आपूर्ति नहीं की जा रही है, जिसको लेकर शहरवासियों ने जल निगम की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं।

शहरवासियों ने जल निगम पर आरोप लगाते हुए कहा कि पर्याप्त पानी होने के बाद भी तीसरे दिन मटमैला पानी वितरित किया जा रहा है, जिससे बीमारियां फैलने की आशंका है। लोगों का कहना है कि जब गाद को साफ करने के लिए विभिन्न पंपिंग स्टेशन पर लाखों रुपए से ट्यूब स्थापित किए गए हैं तो शहरवासियों को गाद युक्त पानी क्यों दिया जा रहा है। लोगों ने जल निगम से साफ़ और रोजाना पानी मुहैया कराने की मांग की है।

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