Weather Update : देश में दस्तक देने वाला है चक्रवाती तूफान असानी, जानिए किस राज्य पर क्या असर होगा
एक तरफ आधे से ज्यादा देश समय से पहले मार्च महीने में ही तापमान में बढ़ोतरी और समय से पहले गर्मी और हीट बेव चलने के कारण बेहाल हो रहा है तो दूसरी तरफ एक भीषण चक्रवातीय तूफान की देश में फिर से आहट सुनाई देने लगी है।

Cyclone Asani
एक तरफ आधे से ज्यादा देश समय से पहले मार्च महीने में ही तापमान में बढ़ोतरी और समय से पहले गर्मी और हीट बेव चलने के कारण बेहाल हो रहा है तो दूसरी तरफ एक भीषण चक्रवातीय तूफान की देश में फिर से आहट सुनाई देने लगी है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार ( India Meteorological Department ) बंगाल की खाड़ी में भीषण चक्रवातीय तूफान ( asani cyclonic) बनने जा रहा है। बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर पर शनिवार को कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इसके उत्तर उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ने की उम्मीद है और 19 मार्च की शाम तक अच्छी तरह से चिह्नित हो सकता है।
इसके बाद, यह अंडमान तट के साथ उत्तर दिशा में आगे बढ़ सकता है और 20 मार्च की सुबह तक एक डिप डिप्रेशन में सशक्त हो सकता है। 21 मार्च तक एक समुद्री तूफान बनने की प्रबल संभावनाएं बन रही है। उत्तर व उत्तर-पूर्व दिशा में बांग्लादेश और उत्तरी म्यांमार की ओर बढ़ सकता है। इस चक्रवात को असानी नाम दिया गया है। इसका नामकरण श्रीलंका द्वारा किया गया है। शनिवार को दक्षिणी पूर्वी बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना निम्न दबाव का क्षेत्र जल्द ही चक्रवातीय तूफान असानी में तब्दील हो जाएगा और धीरे-धीरे 22 मार्च की सुबह के आसपास बांग्लादेश-उत्तर म्यांमार के तटों की ओर बढ़ जाएगा।
कम दबाव वाले क्षेत्र से जुड़े चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से एक ट्रफ रेखा दक्षिण तमिलनाडु तक फैली हुई है। एक अन्य ट्रफ रेखा गंगीय पश्चिम बंगाल से झारखंड, आंतरिक ओडिशा और दक्षिण छत्तीसगढ़ होते हुए तेलंगाना तक निचले स्तरों पर फैली हुई है। इसके अलावा दूसरी तरफ 19 मार्च की शाम तक पश्चिमी हिमालय के पास एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना है। अगले 24 घंटों के दौरान, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश के साथ कई स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। अंडमान और निकोबार तट पर समुद्र में ऊंची लहरें उठ सकती हैं और हवा की गति 50 से 70 किमी प्रति घंटा हो सकती है। 20 और 21 मार्च को बारिश की तीव्रता और बढ़ने की संभावना है।
इसके अलावा उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर नया वैस्टर्न डिस्टरबेंस सक्रिय होने से 19 से 20 मार्च को गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख के कुछ हिस्सों और जम्मू कश्मीर में हल्की से मध्यम बारिश और हिमपात हो सकता है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में छिटपुट बारिश हो सकती है। उत्तरी पर्वतीय इलाकों में बढ़े हुए तापमान में गिरावट दर्ज होगी। केरल और दक्षिण कर्नाटक में हल्की बारिश संभव है। इसके अलावा राजस्थान और गुजरात पर एक प्रति चक्रवात बना हुआ है। जिसकी वजह से इराक और पाकिस्तान से आने वाली पश्चिमी गर्म हवाओं की वजह से राजस्थान और गुजरात के कुछ हिस्सों में लू से लेकर गंभीर लू की स्थिति बन सकती है।
जिसका असर हरियाणा व एनसीआर दिल्ली पर भी पड़ रहा है और तापमान में बढ़ोतरी दर्ज हो रही है। विदर्भ के कुछ हिस्सों, पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, आंतरिक ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के अलग-अलग हिस्सों में लू चल सकती है। आने वाले दिनों में हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में तापमान में बढ़ोतरी दर्ज होगी और पश्चिमी दक्षिणी हरियाणा के जिलों सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, महेंद्रगढ़ व चरखी दादरी में 40.0 डिग्री सेल्सियस तक या इससे ज्यादा तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी और भीषण गर्मी अपने तीखे तेवरों से आगाज करेगी।