सोनिया की पेशी पर सिंघवी बोले- सरकार हथियार... ईडी अपने अधिकारों को भूली
कांग्रेस (Congress) ने गुरूवार को केंद्र की मोदी सरकार (Central Government) पर सरकारी एजेंसियों को हथियार के रूप में इस्तेमाल करने आरोप लगाया है। मनु सिंघवी ने कहा कि सरकार ने पिछले आठ वर्षों के दौरान विपक्षी दलों के नेताओं के खिलाफ ईडी जैसी एजेंसियों को हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रही है।

प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) नेशनल हेराल्ड मामले (National Herald Affairs) में लगातार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से पूछताछ कर रही है। इसी बीच कांग्रेस (Congress) ने केंद्र की मोदी सरकार (Central Government) पर सरकारी एजेंसियों को हथियार के रूप में इस्तेमाल करने आरोप लगाया है।
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने गुरुवार को यहां पार्टी मुख्यालय में विशेष संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मोदी सरकार ने पिछले आठ वर्षों के दौरान विपक्षी दलों के नेताओं के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) जैसी एजेंसियों को हथियार के रूप में इस्तेमाल किया है और इस धमकी के माध्यम से विपक्ष को दबाने की कोशिश कर रही है।
मनु सिंघवी ने कहा कि 2014 के बाद जिस तरह से सरकार ने विपक्ष के खिलाफ इस एजेंसी का दुरुपयोग किया है, उससे स्पष्ट है कि एजेंसी अपना अस्तित्व खो चुकी है और सरकार के हथियार के रूप में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भारतीय जनता पार्टी या कांग्रेस की सरकार में कभी भी इस तरह से एजेंसियों का इस्तेमाल नहीं किया गया।
LIVE: Congress Party briefing by @DrAMSinghvi at the AICC HQ. https://t.co/OOEEHyAm6d
— Congress (@INCIndia) July 28, 2022
उसने इन आठ वर्षों में केवल एक सरकारी एजेंसी (Government agency) के रूप में काम किया है और अपने अधिकारों को भूल गई है। मनु सिंघवी ने कहा कि एजेंसी ने 2004 से 2014 के बीच 112 छापे मारे, जबकि 2014 से अब तक 3000 छापे मारे जा चुके हैं। इससे साफ है कि मोदी सरकार (Modi Government) ने इस एजेंसी को हथियार के तौर पर इस्तेमाल करते हुए विपक्ष को डराने-धमकाने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि छापेमारी (raids) की इन घटनाओं से स्पष्ट है कि 99 प्रतिशत छापेमारी विपक्षी नेताओं के खिलाफ पड़ी हैं। जिन नेताओं के विचार सरकार से नहीं मिलते, उन्हें इन एजेंसियों ने परेशान किया और जो नेता सरकार के करीबी हैं या जिनका सरकार से अच्छा तालमेल है, उनके मामलों को भुला दिया जाता है और इस तरह सरकार इस एजेंसी का दुरुपयोग कर रही है।