बिना लाइसेंस और डॉक्टर के अस्पताल में हुआ ऑपरेशन, नर्सिंग होम एक्ट की उड़ाई धज्जियां
स्वास्थ्य मंत्री के प्रभार वाले जिले में अस्पताल के कर्मचारी ने करवाई डिलीवरी। पढ़िए पूरी खबर-

मुंगेली। ज़िले में संचालित निजी अस्पतालों पर नर्सिंग होम एक्ट की धज्जियां उड़ाने का आरोप है। आलम ये है कि संचालित कई निजी अस्पतालों में न ही नर्सिंग होम का लाइसेंस है और न ही किसी भी प्रकार की अनुमति इसके बावजूद सभी नियमों को ताक पर रख अस्पताल का संचालन कर आमजनों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। जिस अस्पताल को अभी संचालन का परमिशन ही नहीं मिला है, जहां सिर्फ ओपीडी तक का संचालन करना है वो खुलेआम बगैर विशेषज्ञ के ऑपरेशन भी कर रहे हैं।
इसके अलावा निजी अस्पतालों पर कोविड-19 नियमों के उल्लंघन का भी आरोप है। भर्ती मरीजों के बेड भी एक दूसरे से जुड़े हुए हैं,10 बाई 10 के कमरे में तीन तीन बेड लगा कर मरीजो को ठूंसा गया जा रहा है। सोशल डिस्टेंसिंग जैसा कुछ भी नज़र नहीं आता। ऐसा ही आलम आशीर्वाद अस्पताल में पसरा हुआ है। मुंगेली जिला मुख्यालय से महज कुछ ही कदम पर मुख्य मार्ग में यह अस्पताल संचालित किया जा रहा है।
महीने भर पहले खुले इस अस्पताल में न कोई विशेषज्ञ और ना ही एमबीबीएस डॉक्टर की टीम और न ही कोई सर्जन, इसके बावजूद इस अस्पताल में धड़ल्ले से मोटी रकम लेकर आपरेशन किये जा रहे हैं। इससे भी बड़ी बात ये है कि यहां जिला अस्पताल में पदस्थ सरकारी डॉक्टर ऑपरेशन करने आते है जो कि नियम विपरीत है।
अस्पताल के कर्मचारी ने ऑपरेशन से कराया प्रसव
कोरोना संकट काल में जिले के कन्टेनमेन्ट जोन रहे बरदुली की रहने वाली प्रसूता सविता साहू को प्रसव के लिए जिला अस्पताल भर्ती किया गया था लेकिन वहां आपरेशन का इन्तेजाम नही है कहकर उसे बिलासपुर सिम्स रेफर कर दिया गया लेकिन सविता साहू व उनके परिजनों ने उन्हें आशीर्वाद हॉस्पिटल में एडमिट कराया जिसके बाद उसका ऑपरेशन से प्रसव किया गया। परिजनों के मुताबिक अस्पताल के कर्मचारी योगेश साहू ने ही महिला का आपरेशन कर दिया, जिसके एवज में 40 हजार रुपये रकम भी वसूल लिए गए। मामले की जानकारी लेने जब हरिभूमि व inh न्यूज़ की टीम आशीर्वाद हॉस्पिटल पहुंची तो पता चला कि वहां हॉस्पिटल के अंदर और भी कई प्रसूताओं का ऑपरेशन से प्रसव किया गया था। इसके बारे में पूछने पर बताया गया कि उनका ऑपरेशन सुखनन्दन हॉस्पिटल के जनरल सर्जन राज सुखनन्दन ने ऑपरेशन किया है।
वहीं ऑपरेशन की बात को कर्मचारी योगेश साहू ने खारिज कर दिया। वहीं बिना किसी स्त्री रोग और बिना किसी अनुमति के ऑपरेशन की बात पर गोलमोल जवाब देने लगे।
इस मामले में नर्सिंग होम के नोडल अधिकार डॉ. सुदेश रात्रे ने बताया कि नर्सिंग होम का पालन न करने वाले हॉस्पिटल को नोटिस भेजा जा रहा है। वहीं आशीर्वाद हॉस्पिटल ने सिर्फ ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन किया है, अभी उनका रजिस्ट्रेशन होना बाकी है। अभी सिर्फ ओपीडी चला सकते है और आपरेशन नहीं कर सकते लेकिन इस मामले में शिकायत के बाद कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने बताया कि बिना स्त्री रोग विशेषज्ञ के ऑपरेशन करना गलत है।