बदहाल व्यवस्था: रिपोर्ट के इंतजार में नालंदा के अस्पताल की आईसीयू में घंटों पड़ा रहा शव
बिहार के नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना की जांच रिपोर्ट के इंतजार में एक संदिग्ध मरीज का शव घंटों पड़ा रहा। इस अव्यवस्था पर वहां भर्ती दूसरे मरीज, उनके परिजनों ने विरोध जताया। राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी लाचार और बदहाल व्यवस्था पर नीतीश सरकार पर हमला बोला।

इस बदहाल व्यवस्था का आईसीयू में भर्ती एक मरीज के परिजन ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इसके बाद हड़कंप मच गया। वार्ड में भर्ती मरीज व उनके परिजनों का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन ने रविवार शाम से ही बेड पर शव को छोड़ रखा है। इस कारण अन्य मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
वहीं, इस मामले पर अस्पताल प्रशासन ने कहा कि मृतक का सैम्पल जांच के लिए भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही उसका शव परिजनों या प्रशासन को सौंपा जाएगा। आईसीयू में भर्ती एक मरीज के परिजन ने बेड पर पड़े शव का वीडियो बनाकर बदलाल व्यवस्था को दर्शाया है। यह वीडियो सोमवार की देर रात से सोशल मीडिया पर काफी तेजी के साथ वायरल हो रहा है। वीडियो बनाने वाला बताता है कि मेरी मां और अन्य मरीज भी यहां भर्ती है, जिनको काफी परेशानी हो रही है। साथ शिकायत करने के बाद भी घंटों तक शव को नहीं उठाया गया है।
वहीं राजद नेता तेजस्वी यादव ने इस बदहाल व्यव्स्था पर कहा कि बिहार की 15 वर्षीय सुशासनी बदनसीबी देख माथा पकड़िए। संक्रमित कोरोना मरीज़ों के बगल में इलाज के अभाव में मरे संक्रमित व्यक्ति का दो दिन से शव पड़ा हुआ है। सीएम नीतीश, स्वास्थ्य मंत्री और अधिकारियों को फोन किया, लेकिन दो दिन से शव नहीं हटाया गया। चार महीने से गायब नीतीश जी ज़ुबान नहीं खोलेंगे।
पटना में भी पॉजिटिव महिला का घंटों पड़ा रहा शव
पटना सिटी क्षेत्र के मालसलामी थाने के नखासपिंड मोहल्ला निवासी ऑटो चालक प्रेमनाथ सिंह की कोरोना संक्रमित पत्नी सविता देवी (47) की मौत सोमवार की सुबह हो गई। महिला के परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस प्रशासन को दी। इसके बावजूद भी देर शाम तक शव पड़ा रहा। इससे मोहल्ले में दहशत फैली रही। महिला के बेटे धीरज ने बताया कि पॉजिटिव मां की मौत के बाद थाना, जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों तक को इसकी सूचना दी पर प्रशासन ने शव उठाने की व्यवस्था नहीं की।
परिजनों ने बताया कि तबीयत खराब होने पर महिला का इलाज एक प्राइवेट डॉक्टर से कराया था। जांच कराने पर वह कोरोना संक्रमित मिली थी। इसके बाद पटना एम्स व एनएमसीएच में भर्ती कराने की कोशिश की पर भर्ती नहीं किया जा सका। इसी बीच उसने घर पर ही दम तोड़ दिया। एसडीओ राजेश रौशन ने बताया कि गाइडलाइन के अनुसार, महिला के शव को दाह संस्कार के लिए भेजा गया। उन्होंने बताया कि इसके लिए स्वास्थ्यकर्मियों को भी तैयारी करनी पड़ती है, जिसकी वजह से थोड़ी देरी हुई।