Hari bhoomi hindi news chhattisgarh
toggle-bar

Eye Problems: बढ़ती गर्मी और वायु प्रदूषण से बढ़ रही आंखों की समस्याएं, कैसे करें बचाव

Eye problems: आज के समय में प्रदूषण एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। प्रदूषण के कारण हमारे शरीर में कई प्रकार की समस्याएं हो जाती हैं। हमारे शरीर में प्रदूषण से सबसे ज्यादा कोई अंग प्रभावित होता है, तो वो हमारी आंखें हैं। आज हम आपको प्रदूषण से आंखों में होनी वाली समस्याओं व इनके उपचार के विषय में बताएंगे।

eye problems increasing with increasing pollution and heat know how to protect the eyes from pollution and heat
X

बढ़ते वायु प्रदूषण और गर्मी के साथ बढ़ रही आंखों की समस्याएं। 

Eye problems: हमारे स्वास्थ्य के लिए वायु प्रदूषण एक जटिल समस्या बन गई है। वायु प्रदूषण से हमें स्ट्रोक (Heart Strok), अस्थमा (Asthma), हृदय रोग (Heart Disease), फेफड़ों के कैंसर (Lung Canser) सहित क्रोनिक व एक्यूट श्नसन से संबंधित बीमारियां के होने का खतरा बढ़ जाता है। वायु प्रदूषण आंखों के लिए भी कई प्रकार की समस्याएं पैदा कर देती हैं। इससे आंखों से संबंधित कई बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। इसके कारण आंखों से कम दिखाई देना, धुंधला दिखाई देना या आंखों की रोशनी चले जाना शामिल जाना है।

गर्मियों में प्रदूषित हवा के कारण आंखों पर असर

गर्मियों के मौसम में कड़कती धूप और बढ़े तापमान के कारण हमारे स्वास्थ्य पर काफी असर पड़ता है और सबसे ज्यादा किसी अंग पर असर पड़ता है, तो वो है हमारी कोमल आंखें। इस मौसम में आंखों के देखभाल के लिए कुछ कदम उठाए जा सकते हैं।

आंखों की समस्याएं और इनके देखभाल के उपाय

एयर क्वालिटी इंडेक्स पर दें ध्यान

गर्मियों में वायु प्रदूषण बढ़ जाता है। इससे आंखों में जलन, रेडनेस, खुजली, आंखों से पानी आना, आंखों में दर्द होना और आंखों में एलर्जी जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं। ड्राई आई सिंड्रोम (Dry eye syndrome) और आंखों के एलर्जी वाले लोगों को अधिक समस्या हो जाती है। ऐसी अवस्था में आपको सबसे पहले अपने क्षेत्र का वायु गुणवत्ता सूचकांक (Air quality index ) को देख लेना चाहिए और उसके अनुरूप ही घर से बाहर निकलना चाहिए। प्रदूषण से बचने के लिए हाथों में ग्लव्स, आंखों में सन ग्लासेज और सिर को कॉटन के कपड़े से ढक कर ही निकला चाहिए।

अल्ट्रा वायलेट रेज से बचने के लिए धूप का चश्मा, संस क्रीम और चौड़ी टोपी का प्रयोग करें

वैसे तो यूवी रेंज से हम सब साल भर परेशान रहते हैं, लेकिन इसका गर्मियों में असर ज्यादा बढ़ जाता है। इन किरणों के वजह से हमें मोतियाबिंद(cataracts), पर्टिगियम (pterygium) और धब्बेदार अध: पतन (macular degeneration) शामिल हैं। इनसे बचने के लिए आंखों में धूप का चश्मा और चौड़ी टोपी का प्रयोग करना चाहिए। स्किन को यूवी रेंज से बचने के लिए संस क्रीम का प्रयोग करना चहिए।

आई ड्रॉप्स का करें प्रयोग

गर्मियों में आंसुओं का वाष्पीकरण अधिक हो जाता है, जिसके कारण हमारी आंखों के सूख जाने की संभावना ज्यादा हो जाती है। Ac में देर तक रहने से ये समस्या और बढ़ सकती है। इस समस्या से बचने के लिए दिनभर पानी पीते रहें। यदि आप बाहर जाते हैं, तो तापमान गर्म होने पर ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थों का सेवन करें। लुब्रिकेटिंग आई ड्रॉप्स (Lubricating Eye Drops) का प्रयोग सूखापन और डिहायड्रेशन (Dryness and Dehydration) कम करने में और आंखों की नमी बनाए रखने में सहायक साबित हो सकता है।

एयर प्यूरीफायर का प्रयोग करें

गर्मी के वजह से हुई एलर्जी आंखों के जलन को और बढ़ा सकती है। गर्मियों में मोल्ड स्पोर (mould spores) और पोलेन ग्रेन व अन्य एलर्जी अधिक होने की संभावना बढ़ जाती है। इससे हे फीवर (hay fever) व एलर्जिक विकार (allergic conjunctivitis) होने की भी संभावना होती है। खिड़कियों को बंद रखकर, एयर प्यूरिफायर का प्रयोग करें और नियमित तौर पर इनडोर स्थानों की साफ-सफाई करें ताकि एलर्जी के संपर्क को कम किया जा सके। इससे आंखों की एलर्जी (air pollution effect on eye) के लक्षणों को कम किया जा सकता है।

और पढ़ें
Next Story