Logo
election banner
Vitamin For Bones: हमारे शरीर के लिए विटामिन डी बेहद जरूरी है। इसकी कमी होने पर हड्डियों पर सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ता है। 5 फूड विटामिन डी की कमी दूर करने में मदद करते हैं।

Vitamin For Bones: शरीर को मजबूत बनाए रखने के लिए शरीर में विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा रहना जरूरी है। पूरा शरीर हड्डियों के ढांचे पर टिका हुआ है। अगर हड्डियां कमजोर होंगी तो पूरा शरीर बैठ जाएगा। हड्डियों को मजबूती देने के लिए जितना कैल्शियम जरूरी होता है उतना ही विटामिन डी का होना भी आवश्यक है। बता दें कि शरीर में कैल्शियम को एब्जॉर्ब करने के लिए विटामिन डी की जरूरत पड़ती है। विटामिन डी कम होने पर हड्डियों को कैल्शियम नहीं मिल पाता है। 

विटामिन डी ज्यादा कम हो जाए तो इससे हड्डियां पतली हो जाती हैं और आसानी से टूटने लगती हैं। ये समस्या दांतों को भी प्रभावित करती है। हालांकि कुछ चीजों का सेवन कर विटामिन डी की कमी को कम किया जा सकता है। 

विटामिन डी से भरपूर चीजें 

फिश ऑयल - फैटी मछली, जैसे सैल्मन, मैकरेल और सार्डिन, विटामिन डी के बेहतरीन सोर्स हैं। इसके अलावा इन मछलियों से निकले तेल के कैप्सूल का भी सेवन किया जा सकता है। 

इसे भी पढ़ें: Healthy Foods: सौ कदम चलने में ही निकल जाता है दम, थकान-कमजोरी घेर लेती हैं, 5 चीजें खाएंगे तो दूर होगी सारी परेशानी

डेयरी प्रोडक्ट्स - कई गायों का दूध और दूध उत्पाद विटामिन डी से भरपूर होते हैं। इनसे बनने वाले डेयरी प्रोडक्ट्स भी विटामिन डी की कमी को पूरा करने में मदद करते हैं। 

अंडा - अंडे को वैसे तो प्रोटीन का खजाना माना जाता है, लेकिन इसकी जर्दी में विटामिन डी भी पाया जाता है। अंडे खाकर शरीर में विटामिन डी की कमी को बहुत हद तक पूरा किया जा सकता है। 

मशरूम - बाजार में कुछ ऐसे मशरूम आते हैं जिनमें विटामिन डी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इन सूखे मशरूमों को खाकर भी विटामिन डी की कमी को पूरा किया जा सकता है। 

इसे भी पढ़ें: How to Get Rid of Depression: डिप्रेशन से बाहर निकलने में मदद करेंगे 4 तरीके, उदासी हो जाएगी छूमंतर

सूरज की रोशनी - विटामिन डी हासिल करने का सबसे बढ़िया सोर्स सूरज की रोशनी है। सूर्योदय के शुरुआती आधा घंटे की धूप लेकर विटामिन डी प्राप्त किया जा सकता है। 

विटामिन डी की कमी से होने वाली परेशानियां

  • हड्डियों में कैल्शियम का अवशोषण न होना
  • मसल्स कमजोर होना
  • इम्यून सिस्टम प्रभावित होना
  • सेल्स की ग्रोथ का धीमा पड़ना
  • दिल की सेहत प्रभावित होना

(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ, डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)

5379487