कानपुर में हनुमान मंदिर और मस्जिद में प्रवेश के लिए एक ही रास्ता, आरती बनाम अजान का विवाद यहां नहीं होता
कानपुर में टाटमिल चौक पर एक हनुमान मंदिर और इससे सटी मस्जिद बनी है। मंदिर और मस्जिद दोनों के लिए एक ही रास्ता है, लेकिन आज तक कभी कोई विवाद नहीं हुआ है। लोग बेहद सौहार्द के साथ रहते हैं। पढ़िये पूरी रिपोर्ट...

कानपुर में हनुमान मंदिर और पीछे मस्जिद का दिख रहा गुंबद।
देशभर में आरती और अजान विवाद (Aarti Azan Controversy) के बीच कानपुर (Kampur) से आपसी सौहार्द (Mutual Harmony) को बढ़ाने वाली खबर सामने आई है। यहां हनुमान मंदिर (Hanuman Mandir) और मस्जिद (Mosque) का एक ही रास्ता है। खास बात है कि यहां पर आरती और अजान को लेकर कभी विवाद नहीं हुआ। यहां तक की लाउडस्पीकर पर भी कोई विवाद (Loudspeaker Controversy) नहीं हुआ। दोनों धर्म के लोग एक-दूसरे को इज्जत देते हैं।
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक कानपुर में टाटमिल चौक (Tatmill Chowk) पर एक हनुमान मंदिर बना है। इस मंदिर के साथ ही मस्जिद भी है। दिलचस्प बात यह है कि इस मस्जिद में जाने के लिए मंदिर के द्वार से ही होकर गुजरना पड़ता है। सालों से यहां हिन्दू-मुस्लिम दोनों संप्रदायों के लोग सौहार्द से रह रहे हैं। मंदिर के पुजारी का कहना है कि आरती और अजान के समय को लेकर भी कभी विवाद नहीं हुआ। हम समग्रता में विश्वास करते हैं और हम सभी यहां शांति से रहते हैं।
मस्जिद में आने वाले ओवैस का कहना है कि मंदिर और मस्जिद दोनों में एक साझा प्रवेश द्वार है। हमें मंदिर को पार करने के बाद मस्जिद में प्रवेश करना होता है। हम यहां 3-4 साल से इबादत करने आ रहे हैं। दोनों समुदायों के लोगों में यहां भाईचारे की भावना है।
"Both Mandir & Masjid have a common entrance, we have to cross the temple & then enter the mosque. We are coming here to pray since 3-4 years. People of both communities have a feeling of brotherhood here," said Owais who comes to pray in the mosque pic.twitter.com/FjyLefJVbi
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 3, 2022
इस हनुमान मंदिर पर मस्जिद के सामने ही माता रानी की लाल पताका लहराते देखी जा सकती है। वहीं दूसरी तरफ लाउडस्पीकर को लेकर विवाद है, वहीं यहां मस्जिद पर अजान के लिए भी लाउडस्पीकर लगे हैं। आज तक किसी भी दोनों संप्रदाय के लोगों में से किसी ने भी इस पर ऐतराज नहीं जताया है।