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IPL: कामरान अकमल ने सुनाई कहानी, बताया देरी से पहुंचने पर इन खिलाड़ियों को वॉर्न ने...

आईपीएल IPL) के 15वें सीजन की शुरुआत शानदार अंदाज में हुई। इस बार का आईपीएल बड़ा ही दिलचस्प हो रहा है। क्योंकि इस बार 8 नहीं बल्कि 10 टीमें इस टूर्नामेंट में खेल रही हैं। बता दें कि, इस बड़ी लीग का खिताब सबसे ज्यादा बार मुंबई की टीम ने जीता है।

IPL: कामरान अकमल ने सुनाई कहानी, बताया देरी से पहुंचने पर इन खिलाड़ियों को वॉर्न ने...
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खेल। आईपीएल IPL) के 15वें सीजन की शुरुआत शानदार अंदाज में हुई। इस बार का आईपीएल बड़ा ही दिलचस्प हो रहा है। क्योंकि इस बार 8 नहीं बल्कि 10 टीमें इस टूर्नामेंट में खेल रही हैं। बता दें कि, इस बड़ी लीग का खिताब सबसे ज्यादा बार मुंबई की टीम ने जीता है। जबकि चेन्नई भी चार बार इस खिताब पर अपना कब्जा जमा चुकी है। गौरतलब है कि, साल 2008 में आईपीएल की शुरुआत हुई थी और इस सीजन में राजस्थान ने इस टूर्नामेंट के खिताब पर अपना कब्जा जमाया था। उस दौरान राजस्थान की कमान शेन वॉर्न (Shane Warne) के हाथों में थी। उस समय इस लीग की शुरुआत में शेन की टीम राजस्थान को बड़ा ही कमजोर माना जा रहा था, लेकिन अंत में इसी टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए इस टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम किया था। बता दें कि, हाल ही में दिल का दौरा पड़ने से शेन वॉर्न का निधन हो गया था। कमरान अकमल ने आईपीएल के पहले सीजन जुड़ी शेन वॉर्न की कुछ यादें सभी के साथ साझा की हैं। आइए जानें शेन ने किन खिलाड़ियों को दी थी सजा।

क्यों दी थी जडेजा और पठान को सजा

आईपीएल के शुरुआत सीजन यानी 2008 में राजस्थान की टीम का हिस्सा रहे कामरान अकमल मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि, यूसुफ पठान (Yusuf Pathan) समेत रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) अभ्यास के लिए जा रही बस में किसी कारण देरी से पहुंचे थे। उसमे कामरान अकमल भी शामिल थे, लेकिन कामरान कुछ दिन पहले टीम के से जुड़े थे इसलिए वॉर्न ने उनको कुछ नहीं बोला। हालांकि, शुरुआत में वॉर्न ने जडेजा और पठान को भी कुछ नहीं बोला। पूरी टीम स्टेडियम में पहुंची और अभ्यास करने लाही। लेकिन अभ्यास करने के बाद जब सभी क्रिकेटर बस में से वापस आ रहे थे, तब वॉर्न ने बस को रोका और जडेजा समेत पठान को बस से उतार दिया। इस दौरान शेन ने उन्हें होटल तक पैदल आने को कहा।

शेन वॉर्न को विश्व के सबसे शानदार गेंदबाजों में से एक माना जाता है। उनको गेंदबाजी का जादूगर भी कहा जाता है। वह ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने अपने शानदार करियर में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक हजार विकेट लेने का कारनामा किया था। साल 2007 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले वॉर्न टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में दूसरे गेंदबाज हैं। उनके नाम टेस्ट में 708 विकेट दर्ज हैं। जबकि उनसे आगे सिर्फ श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन हैं।

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Kuldeep Sharma

Kuldeep Sharma

Sub Editor


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