हेल्थ रिसर्च : कोरोना वायरस बीमारी मोटापे से ग्रसित मरीजों के लिए है खतरनाक
महामारी बन चुकी कोरोना वायरस का इलाज ढूंढ़ने में दुनिया भर के वैज्ञानिक एक ओर जहां हर संभव प्रयास कर रहे हैं, वहीं इसका मनुष्यों पर पड़ने वाले प्रभावों का भी अध्ययन किया जा रहा है। एक शोध में पाया गया है कि मोटापा, कोरोना वायरस पीड़ितों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।

महामारी बन चुकी कोरोना वायरस का इलाज ढूंढ़ने में दुनिया भर के वैज्ञानिक एक ओर जहां हर संभव प्रयास कर रहे हैं, वहीं इसका मनुष्यों पर पड़ने वाले प्रभावों का भी अध्ययन किया जा रहा है। एक शोध में पाया गया है कि मोटापा, कोरोना वायरस पीड़ितों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
कोरोना वायरस से पीड़ित लोगों को लेकर फ्रांस के वैज्ञानिक लगातार शोध कर रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि फ्रांस के 25 प्रतिशत लोग गंभीर रूप से उम्र, पूर्व मौजूदा समस्याओं या मोटापे के कारण खतरनाक स्थिति का सामना कर रहे हैं।
वैज्ञानिक परिषद के जीन शाखा के प्रमुख प्रोफेसर फ्रांस्वा डेल्फ्रेसी ने कोरोना बीमारी का मोटे लोगों पर हुए असर के शोध का निष्कर्ष निकालते हुए कहा है कि मोटापे के बढ़ते स्तर के कारण अमेरिकियों को कोरोना वायरस से बिशेष रूप से खतरा है।
प्रोफेसर फ्रांस्वा डेल्फ्रेसी के अनुसार अमेरिका में वर्तमान में 42.4 प्रतिशत वयस्क आबादी मोटापे का शिकार है, जिनमें 18.5 प्रतिशत बच्चे हैं। कोरोना वायरस की चपेट में आए लोगों में मोटे लोगों की संख्या काफी अधिक है।
उन्होंने कहा कि अमेरिका में अब तक 8 लाख से अधिक लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं और 50 हजार से अधिक लोग जान गवां चुके हैं। डेल्फ्रेसी का मानना है कि यह वायरस मोटे लोगों को अपनी चपेट में आसानी से ले सकता है ऐसे में जो लोग अधिक वजन वाले हैं, उन्हें बिशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।