Tokyo Olympics: तुर्की की मुक्केबाज के सामने खूब लड़ी लवलीना, सेमीफाइनल में हार के बावजूद देश के लिए जीता ब्रॉन्ज मेडल

खेल। भारत की स्टार मुक्केबाज (Indian Star Boxer) लवलीना बोर्गोहेन (Lovlina Borgohain) को तुर्की (Turkey) की मौजूदा विश्व चैंपियन बुसेनाज सुरमेनेली (Busenaz Sürmeneli) ने महिला वेल्टरवेट वर्ग (69 किग्रा) के सेमीफाइनल में हरा दिया। इसके बाद लवलीना को ब्रॉन्ज मेडल (Bronze Medal) से संतोष करना पड़ा। वहीं शुरुआत से बुसेनाज ने ओलंपिक में डेब्यू (Debut in Olympics) कर रही विश्व चैंपियनशिप में दो बार की ब्रॉन्ज मेजल विजेता लवलीना पर दबदबा बनाते हुए सर्वसम्मति से 5-0 से जीत दर्ज की।
#IND's Lovlina Borgohain wins India's THIRD medal at #Tokyo2020 - and it's a #Bronze in the women's #Boxing welterweight category! #StrongerTogether | #UnitedByEmotion | #Olympics pic.twitter.com/wcX69n3YEe
— #Tokyo2020 for India (@Tokyo2020hi) August 4, 2021
खेलों के महाकुंभ में भारत का ये तीसरा पदक है, लवला का पदक पिछले 9 सालों में भारत का ओलंपिक मुक्केबाजी में पहला पदक है। वहीं इससे पहले टोक्यो में वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू ने सिल्वर पदक जबकि बैडमिंटन में पीवी सिंधु ने कांस्य जीता है।
वहीं लवलीना ने बुसेनाज के खिलाफ हड़बड़ाहट में कई गलतियां की, उनके पास तुर्की की मुक्केबाज के मुक्कों और तेजी का जवाब नहीं था। जिसके बाद बुसेनाज ने लवलीना का फाइनल का सपना तोड़ दिया। हालांकि, लवलीना ने क्वार्टर फाइनल में चीनी चाइपे की पूर्व विश्व चैंपियन नीन चिन को हराया था और पहले ही पदक पक्का कर लिया था। जिसके बाद लवलीना ने विजेंदर सिंह (बीजिंग 2008) और एमसी मैरीकोम (2012 लंदन) की बराबरी करते हुए उनकी लिस्ट में शामिल हो गईं थीं।