सहवाग ने चार दिन के टेस्ट पर मारा तंज, कहावत बोलकर की आलोचना
वीरेंद्र सहवाग ने चार दिन के टेस्ट पर पूछे गए सवाल का जवाब अपने अनोखे तरीके से दिया है। सहवाग ने कहावत के जरिए चार दिन के टेस्ट मैच का विरोध किया है।

पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने चार दिन के टेस्ट पर पूछे गए सवाल का जवाब अपने अंदाज में दिया। वीरेंद्र सहवाग चाहे किसी बात का समर्थन करे या विरोध, उनका स्टाइल अलग ही होता है। वीरेंद्र सहवाग कहावतों में ही अपनी बात कह देते हैं।
अब वीरेंद्र सहवाग ने चार दिन के टेस्ट पर पूछे गए सवाल का जवाब भी कुछ इसी अंदाज में दिया। सहवाग ने कहा टेस्ट क्रिकेट क्रिकेट को रोमांचक बनाने का मतलब यह नहीं की उसके प्रारूप को बदला जाए। पिंक बॉल टेस्ट तक तो ठीक है लेकिन टेस्ट मैच को चार दिन का करना कतई ठीक नहीं है।
चार दिन की चांदनी ही रहने दो
वीरेंद्र सहवाग ने कहा चार दिन की चांदनी ही रहने दो, टेस्ट मैच नहीं। मछली को पानी में रहने दो, बाहर निकलोगे तो मर जाएगी। सहवाग ने कहा टेस्ट क्रिकेट की ख़ूबसूरती इससे नहीं छीननी चाहिए। टेस्ट क्रिकेट पांच दिन का होता है, खिलाड़ी हर फील्ड में इंतिजार करता है। गेंदबाज, बल्लेबाज और फील्डर सभी को एक खास प्लान बनाना होता है, यही इंतिजार टेस्ट क्रिकेट की चमक है।
सहवाग ने कहा दिन रात्रि तक तो ठीक है लेकिन टेस्ट क्रिकेट के साथ ज्यादा छेड़छाड़ बिलकुल भी सही नहीं है। इससे पहले विराट मास्टर ब्लास्टर तेंदुलकर, कोहली, शोएब अख्तर, रिकी पोंटिंग जैसे दिग्गज चार दिन के टेस्ट के लिए अपनी नाखुशी जाहिर कर चुके हैं।