MP पटवारी भर्ती: मेरिट लिस्ट पर सवाल, अभ्यर्थियों की बड़ी बैठक, कांग्रेस ने मांगी जांच रिपोर्ट, कहा-13 लाख बच्चों का भविष्य दांव पर

MP Patwari Recruitment Exam: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनास से पहले हुई पटवारी भर्ती परीक्षा में नित नए खुलासे हो रहे हैं। परीक्षा में हुई गड़बड़ी को लेकर जांच कमेटी ने क्लीनचिट दे दी, लेकिन अब इसकी मेरिट लिस्ट पर सवाल उठने लगे हैं। जिसे लेकर पहले से असंतुष्ट चल रहे अभ्यर्थी पुन: मुखर हो गए। भर्ती प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए उन्होंने एक बार फिर जांच रिपोर्ट सार्वजिनक किए जाने की मांग उठाई है। सोशल मीडिया से सड़क तक उनकी यह मांग जारी है। वहीं कांग्रेस ने भी छात्रों की बात को आगे बढ़ाते हुए रिपोर्ट सार्वजनिक किए जाने की मांग की।
जज साहब को भी पता है कि पटवारी परीक्षा में घोटाला हुआ है और इन घोटालों की परंपरा सालों से चली आ रही है.... यह रुकने वाले भी नहीं हैं क्योंकि मध्यप्रदेश में जांच दोषियों को बचाने के लिए होती हैI #MP_में_15_लाख_दो_नौकरी_लो #MP_PATWARI_SCAM @PMOIndia @narendramodi @RahulGandhi… pic.twitter.com/0kgmX79cN0
— National Educated Youth Union (@NEYU4INDIA) February 23, 2024 इंदौर के DD पार्क में बनेगी आंदोलन की रणनीति
नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन ने मप्र पटवारी भर्ती को लेकर बड़े आंदोलन की तैयारी में हैं। इसके लिए शनिवार शाम 5 बजे इंदौर के DD पार्क में वृहद बैठक बुलाई गई है। यूनियन की ओर से X पर संदेश पोस्ट कर लिखा गया कि पटवारी परीक्षा घोटाले में याचिका का काम पूरा हो गया है। अब आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी। 50 फीसदी फ़र्जी नियुक्तियों को रोकने का यह अंतिम मौका है।
" मध्यप्रदेश की राजधानी दिल्ली है " - पटवारी भर्ती TOPPER !
जब 13 लाख बच्चों का भविष्य दांव पर हो ... तो सामान्य प्रशासन विभाग मध्यप्रदेश को पटवारी भर्ती परीक्षा में धांधली भ्रष्टाचार की जांच के लिये बनाई गई राजेंद्र कुमार वर्मा कमेटी की जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक करना चाहिए ! pic.twitter.com/f1FVnVQzwZ
— Dr.Vikrant Bhuria (@VikrantBhuria) February 24, 2024 सार्वजनिक हो जांच रिपोर्ट, दांव पर है 13 लाख बच्चों का भविष्य
युवक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ विक्रांत भूरिया ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर पोस्ट कर जांच रिपोर्ट सार्वजनिक किए जाने की मांग की है। कहा, मप्र की राजधानी दिल्ली बातने वाले अभ्यर्थी पटवारी भर्ती परीक्षा के TOPPER हैं। सरकार ने गड़बड़ी की जांच के लिए जस्टिस राजेंद्र कुमार वर्मा के नेतृत्व वाली कमेटी सौंपी थी। कमेटी ने क्लीनचिट देते हुए जांच रिपोर्ट सरकार को सौंप दी, लेकिन इसे सार्वजनिक नहीं किया गया। डॉ विक्रांत ने रिपोर्ट सार्वजनिक की जानी चाहिए। 13 लाख बच्चों का भविष्य दांव पर है।
