Delhi: पुराना किला में हुआ प्राण प्रतिष्ठा पर विदेश में होने वाली रामलीलाओं का मंचन, मीनाक्षी लेखी ने दी ये जानकारी

Indian International Ramayana Mela 2024
X
विदेशों में होगा रामलीलाओं का मंचन।
Ramayana Mela 2024: आईसीसीआर द्वारा पुराना किला में 18 से 21 जनवरी तक अंतरराष्ट्रीय रामायण उत्सव का आयोजन किया जाएगा। इसको लेकर केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने जानकारी दी है।

Ramayana Mela 2024: केंद्रीय कला एवं संस्कृति मंत्री मीनाक्षी लेखी ने आज आईसीसीआर द्वारा मथुरा रोड स्थित पुराना किला में 18 से 21 जनवरी तक अंतरराष्ट्रीय रामायण उत्सव की जानकारी मीडिया के साथ साझा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस बार जब करीब सात सौ साल के लंबे संघर्ष के बाद अयोध्या में प्रभु श्री राम अपने घर विराजमान हो रहे हैं, तो राम जी ने देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना सेवक बनने का उत्तरदायित्व सौंपा है।

विदेशों में होगा रामायण उत्सव

उन्होंने कहा कि इस बार रामायण उत्सव देश ही नहीं, बल्कि कई दूसरे देशों में भी आयोजित होगा। हम इस महान उत्सव को हर उस नगर शहर कस्बे के साथ जोड़ रहे हैं, जहां से प्रभु श्री राम जी का संबंध रहा है। यही वजह यह आयोजन पूरे वर्ष अलग-अलग तारीखों पर अलग-अलग स्थानों पर भी किया जाएगा।

लेखी के अनुसार, ऐसा शायद पहली बार होगा जब रामायण के सभी किरदार राम लक्ष्मण आदि के किरदार भी महिला कलाकारों द्वारा निभाए जाएंगे। इस वर्ष चित्रकूट, अयोध्या, सीतामढ़ी, कर्नाटक, वाराणसी, कन्याकुमारी सहित रामायण से जुड़े अन्य नगरों में किए जाएंगे।

केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी करेंगी उद्घाटन

इस रामायण उत्सव का उद्घाटन कला एवं संस्कृति मंत्री मीनाक्षी लेखी करेगी। इस अंतरराष्ट्रीय रामायण मेला में राम भक्ति से सराबोर देश में होने वाले कार्यक्रमों के अलावा विदेश में होने वाले रामलीलाओं का भी प्रदर्शन किया जाएगा। अयोध्या की तरह पूरी दिल्ली भी राममय होगी।

इस बार इंडोनेशिया, मलेशिया, श्रीलंका, थाईलैंड, कंबोडिया, सिंगापुर एवं रसियन फेडरेशन द्वारा वहां होने वाले रामलीला का प्रदर्शन अंतर्राष्ट्रीय रामायण मेले में किया जाएगा। आईसीसीआर 'रामायण परंपरा के माध्यम से दुनिया को जोड़ना' वाली विषय पर आधारित एक बहुआयामी प्रस्तुति प्रस्तुत करने जा रहा है, जिसमें सात देशों की रामलीला का लाइव बैले प्रदर्शन के अलावा इस चार दिवसीय रामायण मेला में कला और शिल्प प्रदर्शनियों के लिए भी एक मंच होगा।

पहले दिन का कार्यक्रम वाराणसी के थिएटर निर्देशक-सह-कवि व्योमकेश शुक्ला द्वारा निर्देशित 'राम की शक्ति पूजा' की उपयुक्त थीम पर भारतीय रामायण समूह, वाराणसी द्वारा उद्घाटन प्रदर्शन के साथ शुरू होगा। इस अनूठे प्रदर्शन में महिलाओं को भगवान राम और लक्ष्मण की भूमिकाओं में दिखाया गया है, जो सामान्य जीवित विरासत से बिल्कुल अलग है।

इस कार्यक्रम के बाद थाईलैंड के खोन नृत्य मंडली द्वारा रामायण का प्रदर्शन किया जाएगा, जिसमें रावण द्वारा सीता के अपहरण के आसपास का दृश्य दिखाया जाएगा। मलेशिया के ललित कला मंदिर द्वारा अगली शाम प्रदर्शन उनकी रामायण सामग्री में भारतीय नृत्य रूपों की समृद्धि को दर्शाएगा।

इसके बाद लाओस के रॉयल बैले मंडली लुआंग प्रबांग द्वारा 'फ्रा-लाक फ्रा-लैम' शीर्षक से एक प्रस्तुति पेश की जाएगी, जो 'गोल्डन डियर और सीता के अपहरण' की थीम पर आधारित होगी। इसमें नामचीन कलाकार राम, लक्ष्मण, सीता और रावण के साथ-साथ जटायु (सतायु) और हनुमान की मुख्य भूमिकाएं, आकर्षक पोशाक डिजाइनिंग, संगीत संगत और तेजी से विकसित होने वाली स्क्रिप्ट के साथ चरित्र निभाते नजर आएंगे।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo

Tags

Next Story