Delhi Metro Phase 4: दिल्ली मेट्रो के लिए पहुंची पहली छह डिब्बे वाली ड्राइवरलेस ट्रेन, मुकुंदपुर डिपो में होगी टेस्टिंग प्रोसेस

Delhi Metro Phase 4
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दिल्ली मेट्रो फेज 4।
Delhi Metro Phase 4: दिल्ली मेट्रो के फेज 4 में विस्तार के तहत बनाई गई पहली छह कोच वाली ट्रेन शुक्रवार को दिल्ली पहुंच गई। यह ट्रेन फ्रांस की कंपनी अल्स्टॉम की तरफ से चेन्नई के पास श्री सिटी मौजूद प्लांट में तैयार की गई है।

Delhi Metro Phase 4 News: दिल्ली मेट्रो के फेज 4 विस्तार परियोजना के लिए पहली छह डिब्बे वाली ड्राइवरलेस ट्रेन दिल्ली पहुंच गई है। यह ट्रेन चेन्नई के पास श्री सिटी में अलस्टॉम की फैक्ट्री में तैयार की गई थी और 23 सितंबर को दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) और अलस्टॉम के तरफ से नुमाइंदों की मौजूदगी में इसका उद्घाटन किया गया था। यह ट्रेन अब दिल्ली मेट्रो के मुकुंदपुर डिपो में रखी गई है, जहां इसे परिचालन के लिए कानूनी सर्टिफिकेशन के तहत कई टेस्टिंग से गुजारा जाएगा।

'मेक इन इंडिया' को मिलेगा बढ़ावा

DMRC के RS-17 कॉन्ट्रैक्ट के तहत फेज 4 के शुरुआती कॉरिडोर के लिए कुल 312 मेट्रो कोच के साथ 52 ट्रेनें होंगी। इनमें मजलिस पार्क से मौजपुर, जनकपुरी वेस्ट से आरके आश्रम मार्ग और तुगलकाबाद से दिल्ली एरोसिटी मार्ग शामिल हैं। ये ट्रेनें स्टेप वाइस दिल्ली पहुंचेंगी। इनमें से 234 कोच पिंक और मैजेंटा लाइन के विस्तार हिस्सों में मजलिस पार्क से मौजपुर और जनकपुरी वेस्ट से आरके आश्रम मार्ग के लिए होंगे, जबकि 78 कोच तुगलकाबाद से दिल्ली एरोसिटी कॉरिडोर के लिए आवंटित किए गए हैं।

ड्राइवरलेस के साथ- साथ नई तकनीक से लैस मेट्रो

ये सभी ट्रेनें पूरी तरह ड्राइवरलेस संचालन यानी GOA-4 के लिए डिजाइन की गई हैं, जिससे दिल्ली मेट्रो के यात्री वर्ल्ड-क्लास सर्विसेज का फायदा उठा सकेंगे। ये ट्रेनें मेक इन इंडिया पहल को भी मजबूती प्रदान करेंगी। इनके लिए मैक्सिमम सेफ स्पीड 95 किमी प्रति घंटा और ऑपरेटिंग स्पीड 85 किमी प्रति घंटा तय की गई है।

एक्सटेंशन रूट और कोच की संख्या

  1. जनकपुरी वेस्ट से आरके आश्रम मार्ग (मैजेंटा लाइन): 144 नए कोच (24 ट्रेनें)।
  2. मुकुंदपुर से मौजपुर (पिंक लाइन): 90 नए कोच (15 ट्रेनें)।
  3. तुगलकाबाद से दिल्ली एरोसिटी (गोल्डन लाइन): 78 नए कोच (13 ट्रेनें)।

दिल्ली मेट्रो का नेटवर्क

वर्तमान में, दिल्ली मेट्रो 392.4 किलोमीटर के नेटवर्क पर 288 मेट्रो स्टेशनों में नोएडा-ग्रेटर नोएडा कॉरिडोर और रैपिड मेट्रो, गुरुग्राम सहित के साथ संचालित होती है, जिसमें ब्रॉड गेज और मानक गेज ट्रैक पर चार, छह और आठ कोच के संयोजन वाली लगभग 350 मेट्रो ट्रेनें हैं। भारत में पहली बार ड्राइवरलेस संचालन दिसंबर 2020 में मैजेंटा लाइन पर शुरू किया गया था। इसके बाद, नवंबर 2021 में पिंक लाइन पर भी ड्राइवरलेस सेवाएं शुरू की गईं।

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