Study: सुबह के बजाय दोपहर में वैक्सीन लगवाने से बनते हैं ज्यादा Antibodies
कोविड 19 वैक्शीनेशन (Vaccination) को लेकर हाल ही में एक रिसर्च किया गया है, जिसमें दावा किया गया है जो लोग सुबह के बजाय दोपहर में वैक्सीन लगवाते हैं, उनमें एंटीबॉडी ज्यादा होता है।

कोविड 19 वैक्शीनेशन (Vaccination) को लेकर हाल ही में एक रिसर्च किया गया है, जिसमें दावा किया गया है जो लोग सुबह के बजाय दोपहर में वैक्सीन लगवाते हैं, उनमें एंटीबॉडी ज्यादा होता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह अध्ययन जर्नल ऑफ बायोलॉजिकल रिदम की ओर से किया गया है। जिसमें उन स्वास्थ्य कर्मियों को शामिल किया गया, जिन्होंने दोपहर में वैक्सीन लगवाई थी और उन लोगों को प्रतिभागी बनाया गया जो सुबह के समय टीका लगवाने गए। रिसर्च की मानें तो दोपहर में वैक्सीन लगवाने वालों में हाई एंटीबॉडी लेवल पाए गए।
क्या बोले विशेषज्ञ
विशेषज्ञों ने बताया कि टीका की प्रतिक्रिया शरीर के सर्कडियन लय से प्रभावित हो सकती है।आंतरिक 24 घंटे की सर्कैडियन घड़ी शरीर विज्ञान के कई पहलुओं को नियंत्रित करती है, जिसमें संक्रामक रोग और वैक्सीनेशन की प्रतिक्रिया शामिल है। कुछ बीमारियों के लक्षण और कई दवाओं की क्रिया दिन के समय के अनुसार बदलती रहती है। शोध में मैसाचुसेट्स जनरल अस्पताल ने फेफड़ों की बीमारियों वाले लोगों के उदाहरण का हवाला दिया, जिनके पास अक्सर अधिक लक्षण गंभीरता होती है और दिन के निश्चित समय में श्वसन क्रिया बदल जाती है।
कैसे की गई जांच
इस अध्ययन में यूके के 2,190 स्वास्थ्य कर्मियों (Healthcare Workers) को शामिल किया गया था। वैक्सीनेशन (Vaccination) के समय इन सभी के ब्लड सेंपल लिए गए थे। शोधकर्ताओं ने वैक्सीनेशन के दिन के समय, वैक्सीनेशन टाइम (फाइजर, एस्ट्राजेनेका एडेनोवायरल वैक्सीन), उम्र, लिंग और वैक्सीन लगने के के बाद के दिनों की संख्या के आधार पर एंटीबॉडी लेवल पर प्रभाव की जांच के लिए एक मॉडल बनाया।
क्या निकला निष्कर्ष
शोधकर्ताओं ने पाया कि एंटीबॉडी प्रतिक्रियाएं सामान्य रूप से उन सभी के लिए अधिक थीं जिन्हें बाद में दिन में टीका लगाया गया था। टीकाकरण के दिन के प्रभाव के अलावा, महिलाओं में, और युवा लोगों में, फाइजर एमआरएनए टीका प्राप्त करने वालों में एंटीबॉडी प्रतिक्रियाएं भी अधिक थीं।