Arthritis Problem: सर्दियों में बढ़ सकती है अर्थराइटिस की समस्या, इन तरीकों से खुद को रख सकते हैं फिट

Arthritis care tips
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अर्थराइटिस की समस्या में फिट रहने के टिप्स।

Arthritis Problem: अर्थराइटिस की समस्या सर्दियों में बढ़ सकती है। ऐसे में खुद को फिट रखने के लिए कुछ उपाय अपनाए जा सकते हैं।

Arthritis Problem: सर्दियों का मौसम जैसे ही दस्तक देता है, वैसे ही जोड़ों के दर्द और अकड़न की शिकायतें बढ़ने लगती हैं। खासतौर पर अर्थराइटिस (गठिया) से पीड़ित लोगों के लिए ठंड का मौसम परेशानी भरा हो सकता है। ठंडी हवा और गिरता तापमान जोड़ों की सूजन और दर्द को और बढ़ा देता है, जिससे रोज़मर्रा के काम भी मुश्किल लगने लगते हैं।

हालांकि, थोड़ी सी सावधानी और सही लाइफस्टाइल अपनाकर सर्दियों में भी अर्थराइटिस की समस्या को कंट्रोल किया जा सकता है। खानपान से लेकर एक्सरसाइज और दिनचर्या में छोटे-छोटे बदलाव आपको इस मौसम में भी फिट और एक्टिव बनाए रख सकते हैं।

सर्दियों में क्यों बढ़ता है अर्थराइटिस का दर्द

ठंड के मौसम में शरीर की मांसपेशियां और लिगामेंट्स सिकुड़ जाते हैं, जिससे जोड़ों में अकड़न महसूस होती है। इसके अलावा ठंड में ब्लड सर्कुलेशन धीमा हो जाता है, जिससे सूजन और दर्द बढ़ सकता है। नमी और ठंडी हवाएं भी अर्थराइटिस के लक्षणों को ट्रिगर करने का काम करती हैं।

खुद को फिट रखने के लिए करें यह काम: नियमित एक्सरसाइज है सबसे जरूरी: सर्दियों में लोग अक्सर फिजिकल एक्टिविटी कम कर देते हैं, जो अर्थराइटिस के मरीजों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। हल्की-फुल्की एक्सरसाइज जैसे वॉकिंग, योग और स्ट्रेचिंग जोड़ों की फ्लेक्सिबिलिटी बनाए रखने में मदद करती है। रोज़ाना 20-30 मिनट की एक्सरसाइज से दर्द और जकड़न में काफी राहत मिल सकती है।

खानपान में करें सही बदलाव: डाइट का सीधा असर जोड़ों की सेहत पर पड़ता है। सर्दियों में ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर चीजें जैसे अखरोट, अलसी और मछली को डाइट में शामिल करें। हल्दी, अदरक और लहसुन जैसी चीजें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होती हैं, जो सूजन कम करने में मदद करती हैं। इसके साथ ही विटामिन-डी और कैल्शियम से भरपूर आहार लेना भी जरूरी है।

शरीर को रखें गर्म: अर्थराइटिस के मरीजों को सर्दियों में शरीर को गर्म रखना बेहद जरूरी होता है। ऊनी कपड़े पहनें, खासकर घुटनों और जोड़ों को ढककर रखें। गुनगुने पानी से नहाने या हीट पैड का इस्तेमाल करने से भी दर्द में राहत मिल सकती है।

वजन कंट्रोल और सही पॉश्चर: अधिक वजन जोड़ों पर अतिरिक्त दबाव डालता है, जिससे दर्द बढ़ सकता है। संतुलित आहार और हल्की एक्सरसाइज से वजन कंट्रोल में रखें। इसके अलावा बैठते और चलते समय सही पॉश्चर अपनाना भी जोड़ों की सेहत के लिए फायदेमंद होता है।

तनाव से बनाएं दूरी: मानसिक तनाव भी अर्थराइटिस के दर्द को बढ़ा सकता है। ध्यान, प्राणायाम और पर्याप्त नींद लेने से न सिर्फ मन शांत रहता है बल्कि शरीर भी बेहतर तरीके से दर्द से लड़ पाता है।

(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ/डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)

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