Garba Dandiya Mahotsav 2025: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का ऐलान, भाईदूज से लाडली बहनों को मिलेंगे 1500 रुपए प्रतिमाह
मुख्यमंत्री डॉ. यादव पांड्याखेड़ी के डालडा मैदान पहुंचे, जहां अलख संस्था द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया था। उन्होंने संस्था को 2 लाख रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की।
CM Mohan Yadav
उज्जैन। नवरात्रि के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मंगलवार देर रात शहर के विभिन्न गरबा और डांडिया महोत्सवों में पहुंचे। जहां लोगों ने उनका आत्मीय स्वागत किया और पारंपरिक धुनों पर मां दुर्गा की आराधना की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि “नवरात्रि केवल पूजा का पर्व नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति और सामाजिक एकता का प्रतीक है। गरबा और डांडिया जैसे आयोजन लोगों में उत्साह और भाईचारा बढ़ाते हैं।”
पारंपरिक गीतों पर झूमे लोग
रंग-बिरंगे परिधानों में महिलाएं, पुरुष, युवा और बच्चे गरबा नृत्य में शामिल हुए। मंच से देवी भजनों और पारंपरिक गीतों की प्रस्तुतियों ने माहौल को भक्तिमय बना दिया। मुख्यमंत्री ने कलाकारों और आयोजकों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम हमारी परंपराओं को जीवंत बनाए रखते हैं।
2 लाख की घोषणा और नई योजनाएं
सबसे पहले मुख्यमंत्री डॉ. यादव पांड्याखेड़ी के डालडा मैदान पहुंचे, जहां अलख संस्था द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया था। उन्होंने संस्था को 2 लाख रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की। इसके बाद वे श्री महाकाल यूथ क्लब के गरबा उत्सव में शामिल हुए और बताया कि दीपावली के भाई दूज से ‘लाडली बहनों’ के खातों में 1500 रुपए प्रतिमाह जमा किए जाएंगे।
उज्जैन बना मेट्रोपॉलिटन सिटी
कालिदास अकादमी में नवरंग डांडिया उत्सव में शामिल होकर मुख्यमंत्री ने कहा कि डांडिया उत्सव सहअस्तित्व का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि अब उज्जैन को इंदौर, देवास, पीथमपुर और शाजापुर के मक्सी के साथ मिलाकर मेट्रोपॉलिटन सिटी घोषित किया गया है।
सिंहस्थ 2028 होगा भव्य और दिव्य
दशहरा मैदान पर अंगारेश्वर पार्क कॉलोनी के गरबा उत्सव में मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि “माता रानी के आशीर्वाद से सिंहस्थ 2028 भव्य और दिव्य होगा। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जिले में सड़कों और रेलमार्गों का जाल बिछाया जाएगा।”इस दौरान उन्होंने प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी कराई और सही उत्तर देने वाले श्रद्धालुओं को पुरस्कार वितरित किए।