लोकसभा में गूंजा 'ऑपरेशन सिंदूर': रक्षा मंत्री राजनाथ ने सुनाई सेना की 'शौर्य गाथा'; विपक्ष ने दागे सवाल
Parliament Monsoon Session 2025: संसद के मानसून सत्र के छठे दिन सोमवार (28 जुलाई) को लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा चल रही है। सरकार की तरफ से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी दे रहे हैं।
Parliament Monsoon Session 2025
Parliament Monsoon Session 2025: संसद के मानसून सत्र के 6वें दिन सोमवार (28 जुलाई) को विपक्ष ने स्पेशल इंटेसिव रिवीजन (SIR) मुद्दे पर हंगामा किया। हंगामे के कारण तीन बार सदन को स्थगित किया गया। दोपहर 2:05 बजे ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा शुरू हुई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर की कामयाबी की कहानी सुनाई। राजनाथ सिंह ने कहा-हमने आतंकियों को घर में घुसकर मारा। सेना ने आतंकियों से हमारी माताओं-बहनों के सिंदूर का बदला लिया। राजनाथ ने आगे कहा-यह सिंदूर की लाली शौर्य की कहानी है। हमने पूरा ऑपरेशन 22 मिनट में पूरा किया।
पहलगाम में आतंकी कैसे आए?
कांग्रेस सांसद गौरव गगोई ने कहा कि इस चर्चा की विशेष मांग यह है कि सच्चाई सदन में आनी चाहिए। पहलगाम हमले, आपरेशन सिंदूर और विदेश नीति की सच्चाई सामने आनी चाहिए। राजनाथ सिंह ने बहुत सी जानकारी दी, लेकिन उन्होंने रक्षा मंत्री होने के नाते ये नहीं बताया कि पहलगाम में आतंकी कैसे आए। कैसे 5 दहशतगर्दों ने 26 पर्यटकों को छलनी कर दिया, ये राजनाथ सिंह ने नहीं बताया।
100 से अधिक आतंकवादी मारे गए
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारी सेनाओं ने 9 आतंकवादी बुनियादी ढांचे के ठिकानों को सटीकता से निशाना बनाया। एक अनुमान के अनुसार, इस सैन्य कार्रवाई में 100 से अधिक आतंकवादी, उनके प्रशिक्षक, उनके आका मारे गए, जिनमें से अधिकांश जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकवादी संगठनों से जुड़े थे।
तीन बार स्थगित हुई कार्यवाही
लोकसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई। विपक्ष ने बिहार वोटर वेरिफिकेशन पर हंगामा किया। हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई। दोपहर 12 बजे कार्यवाही फिर शुरू हुई। विपक्ष ने फिर हंगामा और नारेबाजी की। हंगामे के चलते स्पीकर ने कार्यवाही को दोपहर 1 बजे तक स्थगित कर दिया। 1 बजे कार्यवाही शुरू हुई। विपक्षी ने फिर हंगामा किया। अध्यक्ष ओम बिरला ने हंगामे के कारण कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित कर दी।
तरीका ठीक रखिए
ओम बिरला ने वेल में आकर हंगामा कर रहे विपक्षी सदस्यों को चेतावनी देते हुए कहा कि तरीका ठीक रखिए, ये सदन है। आपको ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा करनी है या नहीं, करनी है तो अपनी सीट पर जाइए। विपक्ष के सदस्य वेल में जमे रहे। स्पीकर ने कहा कि कोई भी मुद्दा वेल में उठाने से चर्चा नहीं होगी। सदन में नियम प्रक्रिया है।
विपक्ष प्रश्नकाल क्यों नहीं चलाना चाहता
कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित करने से पहले अध्यक्ष ओम बिरला ने सवाल उठाए कि विपक्ष प्रश्नकाल क्यों नहीं चलाना चाहता। बिरला ने कहा कि आपने ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की मांग की और आज उस पर चर्चा होनी है फिर हंगामा क्यों किया जा रहा है? लोकसभा अध्यक्ष ने विपक्षी सांसदों से सदन की गरिमा बनाकर रखने की अपील की। हालांकि जब इसके बाद भी विपक्षी सांसद शांत नहीं हुए तो लोकसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दिया।
ऑपरेशन सिंदूर पर होगी बहस
बता दें कि लोकसभा में पहलगाम हमला और ऑपरेशन सिंदूर पर 16 घंटे लगातार चर्चा होगी। विपक्ष की ओर से लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सपा प्रमुख अखिलेश यादव समेत अन्य सांसद सरकार से सवाल करेंगे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री जयशंकर विपक्ष के सवालों का जवाब देंगे। पीएम मोदी भी चर्चा में शामिल हो सकते हैं।
हमें सावधान रहना होगा
लोकसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर बहस शुरू होने से पहले केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने विपक्ष से लक्ष्मण रेखा पार न करने की अपील की है। मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा-'मैं विपक्ष, विशेषकर कांग्रेस से अनुरोध करता हूं कि वे भारत के हितों को नुकसान पहुंचाने वाला कुछ भी न करें और पाकिस्तान की भाषा न बोलें। हमें सावधान रहना होगा। कांग्रेस और विपक्ष को ऐसा कुछ भी नहीं बोलना चाहिए जिससे राष्ट्रीय हितों को नुकसान पहुंचे। वे भारत के खिलाफ जो कुछ भी बोलते हैं, उसका इस्तेमाल पाकिस्तानियों और भारत के बाहरी दुश्मनों द्वारा किया जाता है।
21 अगस्त तक चलेगा सत्र
संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई को शुरू हुआ था। 21 अगस्त यानी 32 दिन तक सत्र चलेगा। 18 बैठकें होंगी। 15 से ज्यादा बिल पेश होंगे। केंद्र सरकार मानसून सत्र में 8 नए बिल पेश करेगी। 7 लंबित बिलों पर चर्चा होगी। मणिपुर GST संशोधन बिल 2025, इनकम टैक्स बिल, नेशनल स्पोर्ट्स गवर्नेंस बिल जैसे विधेयक शामिल हैं।
बिहार वोटर वेरिफिकेशन पर हंगामा
विपक्षी सांसद मानसून सत्र के पहले दिन से ही पहलगाम हमला, ऑपरेशन सिंदूर और ट्रम्प का सीजफायर दावा पर सरकार से जवाब मांग रहे हैं। संसद में बिहार वोटर वेरिफिकेशन को लेकर लगातार हंगामा हो रहा है। पांचवें दिन यानी 25 जुलाई को विपक्ष ने बिहार वोटर वेरिफिकेशन मुद्दे पर संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। विपक्षी सांसदों ने गांधी प्रतिमा से लेकर मकर द्वार तक पैदल मार्च निकाला। स्पेशल इंन्टेंसिव रिवीजन (SIR) लिखे पोस्टर फाड़े।
चौथा दिन भी खूब हंगामा
संसद सत्र के चौथे दिन गुरुवार (24 जुलाई) को भी जमकर हंगामा हुआ। लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने हल्ला बोल दिया। बिहार वोटर वेरिफिकेशन मामले पर जोरदार हंगामा किया। नारेबाजी करते हुए विपक्षी सांसद वेल में पहुंच गए। विरोध के पोस्टर लहराए। हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही सिर्फ 12 मिनट चल सकी। स्पीकर ओम बिरला ने कहा-तख्तियां लेकर आने पर सदन नहीं चलेगा। ओम बिरला ने कांग्रेस सांसदों से कहा कि ये आपके संस्कार नहीं हैं। हंगामे के बीच शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
सत्र का तीसरा दिन
संसद के मानसून सत्र के तीसरे दिन बुधवार (23 जुलाई) को सदन में जोरदार हंगामा हुआ। बिहार वोटर वेरिफिकेशन मुद्दे पर विपक्ष ने नारेबाजी की। इस वजह से सदन की कार्यवाही 3 बार रोकी गई, फिर 2 बजे दोनों सदनों को अगले दिन 11 बजे तक स्थगित कर दिया गया। बुधवार को जानकारी सामने आई कि ऑपरेशन सिंदूर को लेकर लोकसभा में 28 जुलाई और राज्यसभा में 29 जुलाई को चर्चा होगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों सदनों में बहस के लिए 16-16 घंटे का समय निर्धारित किया है।
सत्र का दूसरा दिन
मानसून सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ था। लोकसभा-राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी। विपक्ष के हंगामे के बीच लोकसभा की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई, लेकिन कुछ ही देर बाद दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। 2 बजे कार्यवाही फिर शुरू हुई तो हंगामा हुआ। हंगामे के कारण कार्यवाही बुधवार 11 बजे तक स्थगित कर दी गई।
ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "उस देश (संयुक्त राज्य अमेरिका) के राष्ट्रपति पाकिस्तान के सेना प्रमुख को आमंत्रित करते हैं और उनके साथ भोजन करते हैं, जिनके भाषण से हमारे लोग मारे गए। व्हाइट हाउस में बैठा एक 'गोरा' भारत के युद्धविराम की घोषणा करेगा? क्या यही आपका राष्ट्रवाद है?"
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान कहा कि 22 अप्रैल से 17 जून के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच कोई बातचीत नहीं हुई।
"मैं उस मंजर को कभी नहीं भूल सकता जब एक मां और बेटी डरे-सहमे कदमों से चलती हुई आईं और उन्होंने एक जवान से गुहार लगाई – हमें छोड़ दो, क्योंकि आतंकवादी सेना की वर्दी में आए थे। उस सिपाही को पहचान दिलानी पड़ी – डरो मत, मैं सिपाही हूं। जब जनता को अपने ही रक्षक की पहचान पर शक होने लगे, तो यह सिर्फ डर नहीं, एक गंभीर संकट है।
सरकार की जिम्मेदारी है कि वह इस डर को खत्म करे। रक्षा मंत्री को इस पर एक-शब्द तो कहना चाहिए। रक्षा मंत्री बार-बार जम्मू-कश्मीर जाकर दावा करते हैं कि आतंकियों की रीढ़ तोड़ दी गई है, लेकिन फिर भी हमले थम नहीं रहे। इसका मतलब है कि जमीनी हकीकत कुछ और है।
दुर्भाग्य से सरकार में अहंकार आ गया है। उन्हें लगता है कि चाहे कुछ भी हो जाए, कोई सवाल नहीं उठाएगा। लेकिन हम सवाल उठाएंगे – लोकतंत्र में यही हमारा धर्म है।"
दहशतगर्दों की मंशा का जिक्र नहीं किया
कांग्रेस सांसद गौरव गगोई ने कहा कि विपक्ष का कर्तव्य है कि हम देश हित में सवाल पूछेंगे। देश जानना चाहता है कि 5 आतंकी देश में कैसे घुसे। पाकिस्तान से आए दहशतगर्दों का क्या मकसद था। वे भारत में सांप्रदायिक तनाव को जन्म देना चाहते थे। भारत और पाकिस्तान में टकराव चाहते थे। राजनाथ सिंह ने सैनिकों की बात तो की, लेकिन उन्होंने दहशतगर्दों की मंशा का जिक्र नहीं किया।
मैंने सुरक्षाबलों की आंखों में विश्वास देखा
राजनाथ ने सदन में जानकारी देते हुए कहा कि मैंने श्रीनगर, भुज में जाकर खुद देखा कि सुरक्षाबलों की आंखों में विश्वास है। देश में जनता सत्ता और विपक्ष को अलग-अलग काम सौंपती है। सत्ता का काम होता है कि जनता के लिए काम करना। विपक्ष का काम होता है सवाल पूछना। राजनाथ ने आगे कहा कि कभी-कभी विपक्ष के लोग ये पूछते हैं कि हमारे कितने विमान गिराए। हमसे कभी ये नहीं पूछा कि हमने दुश्मन के कितने विमान गिराए। हमसे पूछा जाए कि दुश्मन के ठिकाने नेस्तनाबूद किए। इसका उत्तर है-हां। अगर आपका प्रश्न है, ऑपरेशन सिंदूर सफल रहा तो इसका उत्तर है- हां। अगर हमने मांओं-बहनों के सिंदूर का बदला लिया, तो उत्तर है- हां। अगर प्रश्न है कि हमारे सैनिकों की क्षति हुई, तो उत्तर है-नहीं।
12 मई को दोनों देशों के बीच संघर्ष रोकने पर सहमति बनी
राजनाथ ने कहा कि पाकिस्तान की पेशकश इस कैवियट के साथ स्वीकार की गई कि ऑपरेशन स्थगित नहीं किया गया, सिर्फ रोका गया है। अगर पाकिस्तान की तरफ से कुछ भी शुरू किया, तो ऑपेरशन दोबारा शुरू किया जा सकता है। 12 मई को दोनों देशों के DGMO के बीच बातचीत हुई और संघर्ष रोकने पर सहमति बनी।
10 को पाकिस्तान ने कहा-बस बहुत हुआ, हमले रोक दीजिए
राजनाथ ने बताया कि सीमा पार करना या कैप्चर करना उद्देश्य नहीं था। कार्रवाई का मकसद सालों से पाले-पोसे जा रहे आतंकियों को निशाना बनाना था। ऑपरेशन सिंदूर में सेनाओं को आजादी दी गई कि वे ऑब्जेक्ट्स खुद चुनें। 10 मई की सुबह भारतीय एयरफोर्स ने पाकिस्तान के एयरबेस पर पर करारे हमले किए तो उन्होंने हार मान ली। पाकिस्तान की तरफ से कहा गया कि बस बहुत हुआ, हमले रोक दीजिए।
समुद्र से जमीन पर हमला करने में सक्षम
ऑपरेशन सिंदूर ट्राई सर्विस कोऑर्डिनेशन का बेहतरीन उदाहरण है। तीनों सेनाओं ने पाकिस्तान की हरकतों का करारा जवाब दिया। हमने दिखाया कि समुद्र से लेकर जमीन पर हमला करने में सक्षम हैं। कार्रवाई इसलिए रोकी कि जो भी ऑब्जेक्ट्स तय किए गए थे, वे हासिल कर लिए गए।
भारत ने पाकिस्तान के हर हमले को नाकाम किया
राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारी कार्रवाई सेल्फ डिफेंस में थी। उकसाने वाली कार्रवाई नहीं थी। पाकिस्तान ने इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर का सहारा लिया। उनके निशाने पर हवाई अड्डे समेत कई निशाने थे। भारत ने इन सबको विफल कर दिया। पाकिस्तान भारत की किसी भी चीज को हाथ नहीं लगा पाया। भारत ने पाकिस्तान के हर हमले को नाकाम कर दिया।
22 मिनट में ऑपरेशन पूरा
रक्षा मंत्री ने कहा कि वायुसेना ने मुरीदके और बहावलपुर के ठिकानों को नष्ट किया। पूरे 22 मिनट में ऑपरेशन पूरा कर लिया। आतंकियों को उनके घर में घुसकर मारा। यह सिंदूर की लाली शौर्य की कहानी है, भारत के मस्तक पर वीरता की निशानी है। रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि सेनाओं ने अंधेरे के बावजूद सबूत भी जुटाए हैं। प्रेस ब्रीफिंग के माध्यम से इन्हें जारी भी कर दिया है। रात 1.35 बजे भारत के DGMO ने पाकिस्तान के DGMO से बात की और कार्रवाई की जानकारी दी। ये हमले एस्केलेटरी नहीं थी। 7-8 मई 2025 को पाकिस्तान ने स्थिति को एस्कलेट कर दिया। पाकिस्तान ने कई जगह हमला किया। हमारे आकाश मिसाइल सिस्टम और एयरगंस ने प्रभावी कार्रवाई करते हुए इसे विफल कर दिया।