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Parenting Tips: बच्चों के करियर के लिहाज से दसवीं के बाद का समय बेहद महत्वपूर्ण होता है। बच्चे की कॉम्पिटेटिव एक्जाम की तैयारी में पैरेंट्स अहम रोल निभाते हैं।

Parenting Tips: किसी भी बच्चे के लिए हाई स्कूल के बाद का वक्त करियर के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण होता है। आजकल बच्चे अपने भविष्य को लेकर बेहद जागरुक रहने लगे हैं। वो दौर बीत गया जब बच्चे गर्मी की छुट्टियां सिर्फ एन्जॉय करते थे, अब बच्चे इस वक्त में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियां करने लगे हैं। 10वीं और 12वीं के नतीजे आने के बाद बच्चे पूरी ताकत से कॉम्पिटिशन की तैयारी करने लगते हैं। बच्चों के इस चुनौतीभरे वक्त में उनके पैरेंट्स कुछ तरीकों से बच्चों की मदद कर सकते हैं। 

आप भी अगर टीनएजर बच्चे के माता-पिता है तो कुछ टिप्स आपके बेहद काम आ सकते हैं। इन्हें फॉलो कर आप बच्चे को प्रतियोगी परीक्षा की चुनौती के लिए बेहतर तरीके से तैयार कर सकते हैं। 

5 टिप्स बच्चे के आएंगी बेहद काम

हेल्दी डाइट - बच्चा जब पूरे फोकस के साथ पढ़ाई कर रहा होता है तो उस वक्त वो खाने-पीने को लेकर लापरवाह हो सकता है। ऐसे में ये पैरेंट्स की जिम्मेदारी है कि बच्चे को पोषणयुक्त चीजें मिल सकें। बच्चे की स्टडी के दौरान उसे हेल्दी चीजों को खिलाने का पैरेंट्स को ध्यान रखना चाहिए।

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सकारात्मकता बनाएं - कई बच्चे परीक्षा को लेकर जमकर तैयारी करते हैं, लेकिन जैसे-जैसे एक्जाम नजदीक आती है उनका डर बढ़ता जाता है। कई बार बच्चों में सिलेक्शन न होने का डर इतना ज्यादा घर कर जाता है कि वे निगेटिव होने लगते हैं। ये मां-बाप की जिम्मेदारी है कि समय-समय पर बच्चे की हौसला अफजाई करते रहें और बच्चे के आसपास पॉजिटिविटी बनाए रखें। 

बच्चों से बातचीत करें - बच्चा दिनभर पढ़ाई कर रहा है यहां तक ठीक है, लेकिन पैरेंट्स इस बात का भी ध्यान रखें कि बीच-बीच में बच्चे से बात करते रहें। बच्चे की एक्जाम के सिलेबस से लेकर पढ़ाई की स्ट्रेटेजी और प्लानिंग पर खुलकर बात करें। बच्चे पर अपना निर्णय थोपें नहीं, लेकिन जरूरी हो तो अपनी सलाह देने में हिचकें नहीं। 

रूटीन बदलते रहें - प्रतियोगी परीक्षा जैसे-जैसे नज़दीक आने लगती है बच्चे पूरा समय पढ़ने में लगाने लगते हैं। ऐसे में आप इस बात की जिम्मेदारी लें कि बच्चा बीच-बीच में रिलैक्स होता रहे। इसके लिए उसके रूटीन में थोड़ा बदलाव करें। उसे खेलने का वक्त निकालने, मेडिटेशन जैसी चीजों को करने के लिए प्रोत्साहित करें। 

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घूमने का बनाएं प्लान - प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने का ये बिल्कुल भी मतलब नहीं है कि आप छोटी-छोटी खुशियां भूल जाएं। बच्चे का मूड फ्रेश करने और पढ़ाई से कुछ वक्त के लिए ध्यान हटाने के लिए आप कहीं आसपास की जगह घूमने का प्लान कर सकते हैं। इससे नए वातावरण में बच्चा फ्रेश और एनर्जेटिक फील करेगा। इससे पढ़ाई में वो और ज्यादा बेहतर तरीके से फोकस कर सकेगा। 

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