कांग्रेस से क्यों तोड़ा 5 दशक पुराना रिश्ता?: भाजपा ज्वाइन करने के बाद सुरेश पचौरी ने बताई वजह, कहा-कैलाश से सीखने हैं मंत्र

Suresh Pachauri
X
Suresh Pachauri
भोपाल में भाजपा की सदस्यता लेने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री पचौरी ने कहा, कांग्रेस की बात से जातीय संघर्ष बढ़ रहा है। पिछले दिनों हुए राजनीतिक और धार्मिक निर्णयों से दुखित हूं।

Suresh Pachauri on congress : एनएसयूआई, यूव कांग्रेस और पीसीसी अध्यक्ष से केंद्रीय मंत्री तक का सफर तय करने बाद सुरेश पचौरी ने शनिवार को कांग्रेस से करीब पांच दशक पुराना रिश्ता तोड़ दिया। भाजपा कार्यालय में मुख्यमंत्री मोहन यादव, वीडी शर्मा, शिवराज सिंह और कैलाश विजयवर्गीय की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ली। इसके बाद मीडिया से चर्चा करते हुए दलबदल की वजह बताई। कहा, कांग्रेस में जातिगत संघर्ष बढ़ गया था। हमें कैलाशजी से मंत्र सीखना है कि चुनाव लड़ें तो उसे जीता कैसे जाए।

कांग्रेस का ...न जात न पात वाला नारा गयाब हो गया
पूर्व केंद्रीय मंत्री पचौरी ने कहा, मेरा ध्येय हमेशा से समाज सेवा और राष्ट्र सेवा रहा है। कांग्रेस में पहले एक नारा लगा करता था...न जात का न पात का....लेकिन नारा अब दरकिनार कर दिया गया। कांग्रेस नेता अब जाति की बात ही करते हैं। जिससे जातीय संघर्ष बढ़ रहा है। पिछले कुछ दिनों से होने वाले राजनीतिक और धार्मिक निर्णय भी दुखी करने वाले हैं।

कांग्रेस के लिए सुरेश पचौरी द्वारा कही गईं प्रमुख बातें

  • पूर्व केंद्रीय मंत्री पचौरी ने कहा, कांग्रेस जिन सिद्धांतों और नीतियों के लिए जानी जाती रही है, उनसे विमुख हो रही है। कांग्रेस जनता से भी विमुख हो रही है। जनता के साथ उसे जो रिशता रखना चाहिए वह नहीं रख पा रही है। कांग्रेस नेतओं ने आजादी में प्रमुख भूमिका अदा की है, इसलिए अपने इतिहास को याद करते हुए काम करना चाहिए।
  • सुरेश पचौरी ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकराने वाले निर्णय को गलत ठहराया है। कहा, भगवान राम की प्राण-प्रतिष्ठा के निमंत्रण पत्र को अमर्यादित भाषा में ठुकरा गया। इससे मुझे आघात पहुंचा। मैं स्वामी शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती जी का दीक्षित शिष्य हूं और राममंदिर निर्माण का पक्षधर शुरू रहा हूं।
  • पचौरी ने बताया कि तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने मुझे शंकराचार्य से पूछने के लिए भेजा था। आश्चावन भी दिया। फिर तत्कालीन गृहमंत्री के साथ आए और शिलान्यास भी किया। अशोक सिंघल भी वहां मौजूद थे। इसके बावजूद निमंत्रण पत्र अस्वीकार करना कितना उचित था।

शिवराज बोले-पचौरी ने बिना शर्त ज्वाइन की भाजपा
कांग्रेस के सीनियर नेता और हमारे मित्र सुरेश पचौरी बिना शर्त भाजपा में आए हैं। उनसे पूछा गया कि कोई बात, जिसके लिए भाजपा में आना चाहते हैं तो उन्होंने कहा कुछ नहीं मैं तो प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश की सेवा करना चाहता हूं। आज साथियों संग उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। मैं हृदय से स्वागत करता हूं।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo
Next Story