Logo
election banner
Faridabad Robbery Case: फरीदाबाद में पुलिस ने फाइनेंस बैंक का अधिकारी बनकर लोगों से ठगी करने वाले 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि यह आरोपी लोगों से तमिल भाषा में बात कर ठगी करते थे।  

Faridabad Robbery Case: फरीदाबाद के सेंट्रल साइबर थाना पुलिस ने फाइनेंस बैंक का अधिकारी बनकर लोगों से ठगी करने वाले 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। कहा जा रहा है कि यह आरोपी तमिल भाषा में लोगों से बात करते थे और उन्हें बैंक की कई स्कीम बताकर अपने बैंक खाते में ऑनलाइन मनी ट्रांसफर करवाते थे।

सेंट्रल थाने एएसआई ने बताया की वह किसी मामले को लेकर सेक्टर-91 गए थे। उसी समय किसी उन्हें जानकारी दी कि सेहतपुर सेक्टर-91 में विनीत बिग बाजार के पीछे तीन लड़के फाइनेंस बैंक के अधिकारी बनकर लोगों को ठगते हैं और लोगों से तमिल भाषा में बात करते हैं। इस सूचना के आधार पर एएसआई धर्मेंद्र सिंह और कर्मवीर सिंह मौके पर पहुंचे।

पुलिस ने किया आरोपियों को गिरफ्तार

जब पुलिस वहां पहुंची तो उन्होंने देखा कि उस मकान की पहली मंजिल पर तीन लड़के तमिल भाषा में लोगों से बात कर रहे हैं। इसके बाद तीनों आरोपियों को पुलिस ने मौके से ही गिरफ्तार कर लिया। इन आरोपियों की पहचान तुगलकाबाद में पर रहने वाला निखिल कुमार, सेहतपुर में रहने वाले शशिकांत और तीसरा लाजपत नगर का रहने वाले विनोद के रूप में हुई है।

आरोपियों के पास मिले 30 मोबाइल  

पुलिस ने इस मामले की जानकारी देते हुए बताया की आरोपियों के पास से लगभग 30 मोबाइल मिले हैं। इन मोबाइल फोन की सिम अलग-अलग व्यक्तियों के नाम पर दर्ज है। साथ ही, इनके पास से फाइनेंस बैंक के फर्जी लोन अप्रूवल लेटर भी बरामद किए गए हैं। कहा जा रहा है कि फाइनेंस बैंक के नाम पर लोन जल्दी अप्रूवल हो जाता है और इसमें किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत भी नहीं आती है।

वाट्सएप पर मंगवाते थे दस्तावेज

इस कारण वह आरोपी फाइनेंस बैंक का अधिकारी बनकर लोगों से आसानी से पैसे ठग लेते थे। जिन लोगों को लोन का जरूरत होती थी उनसे वह आधार कार्ड और पेन कार्ड वाट्सएप पर भेजने के लिए कहते थे। इन सबके बाद फर्जी लोन अप्रूवल लेटर तैयार करते थे और इसके बाद फाइल चार्ज के नाम पर अपने वह उन्हें अपने खाते में पैसे डालने के लिए कहते थे।

Also Read: Delhi Crime News: पुलिसकर्मी बनकर ज्वेलरी कर्मचारियों से लूटा 30 लाख का सोना, आरोपियों ने चेकिंग के बहाने पीड़ितों को रोका

लोगों को इनके पास मौजूद लोन अप्रूव लेटर देखकर उन पर भरोसा हो जाता था। लोग इनके खाते में फाइल चार्ज के नाम पर 10 हजार रुपये डाल देते थे। इस मामले में फिलहाल, पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।

5379487