सूरजकुंड मेले में टूरिस्ट के लिए खुशखबरी: टिकट पर हरियाणा पर्यटन निगम दे रहा 40% तक की छूट, दिल्ली मेट्रो है टिकटिंग पार्टनर

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सूरजकुंड मेले में टिकट पर 40% तक की छूट।
Faridabad News: फरीदाबाद में चल रहे सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेले में पर्यटकों के लिए खुशखबरी है। हरियाणा पर्यटन निगम ने मेले की टिकटों पर 40% तक की छूट देने का फैसला किया है। यह छूट दो टिकटों पर लागू होगी और यह छूट वर्किंग डेज के दौरान ही मिलेगी।

Surajkund Fair 2025: फरीदाबाद में चल रहे अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले में आने वाले पर्यटकों के लिए हरियाणा पर्यटन निगम ने एक खास सौगात दी है। अब मेला घूमने के लिए टिकट पर 40 प्रतिशत तक की छूट मिलेगी। यह छूट वर्किंग डेज में उपलब्ध होगी और अधिकतम दो टिकटों पर ही लागू होगी।

बढ़ते पर्यटक रुझान के चलते लिया गया फैसला

हरियाणा पर्यटन निगम ने यह निर्णय पर्यटकों की बढ़ती संख्या और उनके रुझान को ध्यान में रखते हुए लिया है। इस बार मेले को लेकर कई बड़े बदलाव किए गए हैं। खास बात यह है कि पहली बार दो राज्यों को थीम स्टेट बनाया गया है और टिकटिंग पार्टनर के तौर पर दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) को जोड़ा गया है।

टिकट की नई दरें और छूट का लाभ

अभी तक सूरजकुंड मेले की टिकट की कीमत वीक डेज में 120 रुपये और वीकेंड पर 180 रुपये थी। हरियाणा पर्यटन निगम के नए फैसले के मुताबिक, अब दो टिकटों पर 40 प्रतिशत तक की छूट दी जाएगी, लेकिन यह छूट केवल वर्किंग डेज के दौरान ही मिलेगी। यानी, 120 रुपये का 40% के हिसाब से 48 रुपये होता है। इस बात का ध्यान रखें कि वीकेंड पर टिकट की कीमत 180 रुपये ही बनी रहेगी।

कहां से खरीद सकते हैं टिकट?

सूरजकुंड मेले की टिकट दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) के मोबाइल ऐप 'मोमेंटम 2.0' के माध्यम से खरीदी जा सकती हैं। इसके अलावा, मेट्रो स्टेशनों और मेला स्थल पर निर्धारित टिकट काउंटरों से भी टिकट खरीदने की सुविधा उपलब्ध है। टिकट बिक्री सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक होगी।

तीन दशक से लग रहा है सूरजकुंड मेला

हरियाणा पर्यटन विभाग द्वारा हर साल आयोजित होने वाला सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला इस बार 7 फरवरी से 23 फरवरी तक चलेगा। यह मेला पिछले तीन दशकों से आयोजित किया जा रहा है और हस्तशिल्प, हथकरघा कारीगरों, लोक कला और संस्कृति का बेहतरीन प्रदर्शन करता है।

42 देशों के 648 प्रतिभागी ले रहे हैं हिस्सा

इस साल सूरजकुंड मेले में 42 देशों के कुल 648 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं। यह मेला भारत की हस्तकला, लोक संस्कृति और लोक संगीत का संगम है। यहां हस्तशिल्पियों के बेहतरीन उत्पादों के अलावा, अलग-अलग राज्यों के पारंपरिक परिधान, लोक व्यंजन, लोक संगीत और नृत्य प्रस्तुतियों को भी देखा और अनुभव किया जा सकता है।

क्या है सूरजकुंड मेले की खासियत?

सूरजकुंड मेला हर साल हरियाणा के फरीदाबाद जिले में आयोजित किया जाता है। यह मेला पर्यटकों को ग्रामीण और लोक संस्कृति के करीब लाने का कार्य करता है। यहां पर हस्तशिल्प उत्पाद, हाथ से बने वस्त्र, परंपरागत आभूषण, लकड़ी की नक्काशी, मिट्टी के बर्तन और कई अन्य प्रकार की कलाकृतियां उपलब्ध होती हैं।

कैसे पहुंचे सूरजकुंड मेला?

दिल्ली और आसपास के इलाकों से सूरजकुंड मेले तक पहुंचने के लिए मेट्रो सबसे सुविधाजनक विकल्प है। दिल्ली मेट्रो के वायलेट लाइन पर स्थित 'बड़कल मोड़' और 'सराय' मेट्रो स्टेशन से मेला स्थल तक आसानी से पहुंचा जा सकता है। मेट्रो स्टेशन से ऑटो रिक्शा और कैब की भी सुविधा उपलब्ध है।

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इस साल मेले में क्या नया?

पहली बार दो राज्यों को थीम स्टेट घोषित किया गया है। इसमें दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) को टिकटिंग पार्टनर बनाया गया है। 42 देशों के कलाकार मेले में शिरकत कर रहे हैं। यहां पर्यटकों की सुविधा के लिए 40% तक की छूट लागू की गई है। मेले में पारंपरिक व्यंजनों का विशाल संग्रह मौजूद है। अगर आप भी कला, संस्कृति और हस्तशिल्प के प्रेमी हैं, तो सूरजकुंड मेला आपके लिए एक बेहतरीन अवसर है। वर्किंग डेज में टिकट पर 40 प्रतिशत तक की छूट का लाभ उठाएं और इस मेले का आनंद लें।

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