Shubman gill: शुभमन गिल गुवाहाटी जाएंगे, दूसरे टेस्ट में खेलेंगे या नहीं? इस पर फंसा पेच

Shubman Gill injury update: शुभमन गिल टीम के साथ गुवाहाटी जाएंगे।
Shubman Gill injury update: भारतीय टेस्ट कप्तान शुभमन गिल की चोट को लेकर राहत भरी खबर सामने आई है। कोलकाता में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट में गर्दन में चोट लगने के बाद गिल को अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन अब उनकी हालत में सुधार है। बीसीसीआई ने अपने बयान में कहा है कि गिल गुवाहाटी जाएंगे, जहां सीरीज़ का दूसरा टेस्ट खेला जाएगा।
बीसीसीआई की प्रेस रिलीज़ के अनुसार, 'उन्हें ऑब्ज़र्वेशन में रखा गया था और अगले दिन डिस्चार्ज कर दिया गया। शुभमन को मेडिकल टीम से दिए जा रहे इलाज का अच्छा फायदा हो रहा है और वे गुवाहाटी की यात्रा करेंगे। उनकी उपलब्धता पर फैसला मेडिकल टीम की निगरानी के बाद होगा।'
गिल को गर्दन में खिंचाव आया था
पहले टेस्ट के दूसरे दिन गिल सिर्फ तीन गेंदें खेल पाए थे और असहज महसूस करने के बाद मैदान छोड़कर चला गए। दिन का खेल खत्म होने के बाद उन्हें जांच के लिए स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां स्कैन के बाद डॉक्टरों ने उन्हें रातभर निगरानी में रखने का फैसला किया।
गिल का लगातार क्रिकेट से वर्कलोड बढ़ा
26 साल के गिल बीते 6 महीने से लगातार क्रिकेट खेल रहे और तीनों फॉर्मेट में उनकी मौजूदगी बनी हुई है। जून से अगस्त तक वे इंग्लैंड के खिलाफ खेले। इसके बाद सितंबर में यूएई में हुए एशिया कप में वे टी20 कप्तान सूर्यकुमार यादव के डिप्टी बने। कुछ ही दिनों बाद वे भारत लौटे और वेस्ट इंडीज के खिलाफ दो मैचों की घरेलू सीरीज़ में कप्तानी की भूमिका में दिखाई दिए।
इसके तुरंत बाद गिल को ऑस्ट्रेलिया के व्हाइट-बॉल दौरे पर जाना पड़ा, जहां तीन वनडे और 5 टी20 खेले गए। यह दौरा 8 नवंबर को खत्म हुआ। यानी लगातार छह महीनों में उन्होंने 7 टेस्ट, 12 टी20 और 3 वनडे खेले हैं, लगभग 48 दिनों का एक्टिव मैच टाइम।
सबसे बड़ा चैलेंज मानसिक थकान: गिल
कोलकाता टेस्ट से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में गिल ने माना था कि लगातार यात्रा और फॉर्मेट बदलना मुश्किल होता है। गिल ने कहा था कि 4-5 दिन के वक्त में अलग देश से आकर अलग फॉर्मेट में खेलना आसान नहीं होता है। मानसिक चुनौती ज्यादा होती है। टाइम डिफरेंस, फिर भारत में टेस्ट की अलग मांग, सब शरीर और दिमाग पर असर डालता है। अब सारी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि मेडिकल टीम उनकी फिटनेस को ‘मैच फिट’ घोषित करती है या नहीं।
