BRICS Summit 2024: ब्रिक्स समिट में पीएम मोदी और शी जिनपिंग करेंगे द्विपक्षीय वार्ता, विदेश सचिव ने की पुष्टि

PM Modi with Xi Jinping
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ब्रिक्स समिट में पीएम मोदी और शी जिनपिंग करेंगे द्विपक्षीय वार्ता।
BRICS Summit:रूस के कजान में बुधवार 23 अक्टूबर 2024 को ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय बैठक होगी।

BRICS Summit : प्रधानमंत्री नरेंद मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच रूस के कजान में बुधवार 23 अक्टूबर 2024 को ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के अहम द्विपक्षीय बैठक होगी। दोनों नेताओं के बीच पांच साल बाद यह पहली औपचारिक मुलाकात होगी। विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने इसके बारे में पुष्टि की है। इस बैठक में सीमा विवाद सहित कई मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।

दोनों देशों के राष्ट्र अध्यक्षों के बीच यह बैठक ऐसे समय में होने वाली है जब भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव को कम करने को लेकर एक नई सहमति बनी है। दोनों देशों ने डेमचौक और देपसांग क्षेत्रों से अपनी सेनाओं को पीछे हटाने और पेट्रोलिंग फिर से शुरू करने पर सहमति जताई है। विदेश सचिव मिस्त्री ने कहा कि सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया आने वाले दिनों में शुरू होगी।

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साथ मिलकर समझौते को लागू करेंगे : चीनी विदेश मंत्रालय
वहीं चीनी विदेश मंत्रालय ने इस समझौते की पुष्टि करते हुए कहा कि वे भारत के साथ मिलकर इस समझौते को लागू करने के लिए काम करेंगे। 2020 से भारत-चीन के बीच जारी सीमा विवाद में यह एक महत्वपूर्ण प्रगति मानी जा रही है। हालांकि, अभी तक दोनों देशों के बीच सीमा विवाद का पूर्ण समाधान नहीं हो पाया है, लेकिन संघर्ष के कई बिंदुओं से सैनिकों की वापसी एक सकारात्मक कदम है।

मोदी-जिनपिंग की मुलाकात से क्या हैं उम्मीदें
पीएम मोदी और शी जिनपिंग की द्विपक्षीय वार्ता को एक बड़ी पहल के रूप में देखा जा रहा है, जो दोनों देशों के बीच संबंधों को सुधारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है। इस बैठक में सीमा विवाद के अलावा व्यापार, वैश्विक सुरक्षा और अन्य द्विपक्षीय मुद्दों पर भी चर्चा हो सकती है।

बता दें कि मई 2020 के बाद से भारत और चीन के संबंध सामान्य नहीं हैं। हालांकि, लद्दाख में सैन्य गतिरोध कम करने की कोशिशों से अब उम्मीद बंधी है कि दोनों देशों के बीच कूटनीतिक और व्यापारिक संबंध भी जल्द सामान्य हो सकते हैं। अब देखना यह होगा कि पीएम मोदी और शी जिनपिंग की इस वार्ता से क्या नतीजे निकलते हैं और क्या दोनों देश अपने पुराने विवादों को हल करके भविष्य की दिशा में आगे बढ़ पाएंगे।

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