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हर 8 मिनट में ब्रैस्ट कैंसर से होती है एक महिला की मौत, जानें इस जानलेवा बीमारी से जुड़ी अहम जानकारियां

महिलाओं में स्किन कैंसर (Skin Cancer) के बाद सबसे कॉमन ब्रैस्ट कैंसर (Breast Cancer) होता है, भारत में हर 10 में से एक महिला ब्रैस्ट कैंसर से जूझ रही होती है।

हर 8 मिनट में ब्रैस्ट कैंसर से होती है एक महिला की मौत, जानें इस जानलेवा बीमारी से जुड़ी अहम जानकारियां
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कैंसर (Cancer) एक बहुत ही खतरनाक बीमारियों में से एक है, कैंसर कई तरह का होता है। वहीं महिलाओं में स्किन कैंसर (Skin cancer) के बाद सबसे कॉमन ब्रैस्ट कैंसर (Breast Cancer) होता है, माना जाता है कि भारत में हर 10 में से एक महिला ब्रैस्ट कैंसर से जूझ रही होती है। इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर (IARC) की ओर से फरवरी 2021 में जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक ब्रैस्ट कैंसर ने लंग कैंसर को पछाड़ दिया है, यही कारण है कि महिलाओं को अब लंग कैंसर (Lung Cancer) की जगह ब्रैस्ट कैंसर ज्यादा होने लग गया है। भारत में हर 4 मिनट में जहां एक महिला को ब्रैस्ट कैंसर के बारे में पता चलता है, वहीं हर 8 मिनट में एक महिला की इस खतरनाक बीमारी के कारण मौत भी हो जाती है।

ब्रेस्ट कैंसर के बहुत से कारण हो सकते हैं

आइए जानते हैं ब्रैस्ट कैंसर के क्या कारण और लक्षण होते हैं, अगर आपकी फॅमिली में ब्रैस्ट कैंसर की हिस्ट्री रही हो या फिर यह समस्या जेनेटिक भी हो सकती है। ब्रैस्ट कैंसर मोटापे और उम्र के कारण भी हो सकता है, इसके अलावा भी ब्रैस्ट कैंसर के कई कारण हो सकते हैं। कई स्टडीज के मुताबिक जो महिलाएं प्लांट बेस्ड 'अनहेल्दी' डाइट लेती हैं, उनमें ब्रैस्ट कैंसर का खतरा अधिक होता है। इस डाइट में रिफाइंड अनाज, जैसे व्हाइट राइस, आटा और ब्रेड आदि को शामिल किया जाता है। इस स्टडी में डॉक्टरों ने पाया कि जो महिलाएं हैल्दी डाइट लेती हैं उनमें ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावना काफी कम थी।

अलग-अलग लोगों में ब्रेस्ट कैंसर के अलग-अलग लक्षण होते हैं। कुछ लोगों में लक्षण होते हैं कुछ लोगों में लक्षण बिल्कुल नहीं होते।

ब्रैस्ट कैंसर के कुछ चेतावनी संकेत हैं- (Breast Cancer Symptoms)

  • स्तन या बगल में नई गांठ।
  • स्तन के हिस्से का मोटा होना या सूजन होना।
  • स्तन की त्वचा में जलन होना।
  • निप्पल एरिया या स्तन की स्किन का छिलना।
  • निप्पल एरिया में दर्द होना।
  • रक्त सहित स्तन के दूध के अलावा अन्य निप्पल डिस्चार्ज।
  • स्तन के आकार में कोई परिवर्तन।
  • स्तन के किसी भी एरिया में दर्द।

ध्यान रखें कि ये लक्षण अन्य स्थितियों के साथ भी हो सकते हैं जो कैंसर नहीं हैं।

हेल्थ एजेंसी के मुताबिक कई ऐसे तरीके हैं जिनकी मदद से ब्रेस्ट कैंसर (Breast Cancer Prevention) के खतरे को कम कर सकते हैं। ब्रेस्टफीडिंग, रेगुलर फिजिकल एक्टिविटी, वजन को कंट्रोल करना, शराब न पीना, तंबाकू और सिगरेट ना पीना, हार्मोन के लंबे समय तक उपयोग से बचाव, ज्यादा रेडिएशन से बचना बहुत जरूरी है। इन तरीकों से आप ब्रैस्ट कैंसर के खतरे से बच सकती हैं।

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Harsha Singh

Harsha Singh

दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की है। कॉलेज के दौरान ही कुछ वेबसाइट्स के लिए फ्रीलांस कंटेंट राइटर के तौर पर काम किया। अब बीते करीब एक साल से हरिभूमि के साथ सफर जारी है। पढ़ना, लिखना और नई चीजे एक्स्प्लोर करना पसंद है।


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