Karva Chauth 2025: सोलह श्रृंगार और लाल साड़ी से बढ़ाएं वैवाहिक सुख-समृद्धि, जानें व्रत का महत्व और पूजा विधि

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करवा चौथ के मौके पर जानें व्रत का महत्व, पूजा विधि, सोलह श्रृंगार और लाल साड़ी से वैवाहिक जीवन में सुख और समृद्धि बढ़ाने के उपाय।

Karva Chauth 2025: करवा चौथ हिंदू धर्म का एक अत्यंत पवित्र पर्व है, जो हर वर्ष कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष चतुर्थी को मनाया जाता है। इस दिन विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी आयु, सुख, समृद्धि, और अखंड सौभाग्य के लिए निर्जला व्रत रखती हैं।

करवा चौथ केवल व्रत नहीं बल्कि पति-पत्नी के अटूट प्रेम, विश्वास और समर्पण का प्रतीक है। पूरे दिन उपवास रखने के साथ महिलाएं मन से अपने पति के सुखी जीवन की कामना करती हैं।

पूजा के नियम और विधि

  • घर और पूजा स्थल की साफ-सफाई करना अनिवार्य है।
  • सूर्योदय से पहले व्रत का संकल्प लें और दिनभर निर्जला व्रत रखें।
  • करवा (घड़ा) को पानी, अक्षत, रोली और सिंदूर से सजाकर पूजा करें।
  • पूजा के दौरान क्रोध, झगड़ा और नकारात्मक विचार से दूर रहें।
  • शाम को चंद्रमा का दर्शन करें और पति के हाथ से जल ग्रहण करके व्रत खोलें।

भगवान शंकर और माता पार्वती की पूजा

भगवान शंकर और माता पार्वती का पूजन अखंड वैवाहिक जीवन और सौभाग्य के प्रतीक के रूप में किया जाता है। माता पार्वती ने भी अपने पति को पाने के लिए कठोर तप किया था। इस दिन उनकी पूजा करने से सौभाग्य, शांति और वैवाहिक स्थिरता प्राप्त होती है और विवाह में आ रही बाधाएं दूर हो सकती हैं।

भगवान गणेश की पूजा

करवा चौथ के दिन भगवान गणेश की पूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है। उन्हें विघ्नहर्ता कहा गया है। श्रद्धा से पूजा करने से सुख-समृद्धि और वैवाहिक जीवन की सुरक्षा प्राप्त होती है।

करवा (घड़ा) की पूजा का महत्व

करवा चौथ पर करवा की पूजा विशेष महत्व रखती है। यह पति की लंबी उम्र, संतान सुख और परिवार की खुशहाली का प्रतीक है। व्रती दिनभर निर्जला व्रत रखकर अपने पति के सुख और सुरक्षा की कामना करती हैं।

चंद्र दर्शन और अर्घ्य

  • चंद्रमा दीर्घायु, सौभाग्य और वैवाहिक सुख का प्रतीक है।
  • अर्घ्य देने से पति की लंबी उम्र और वैवाहिक जीवन में प्रेम बढ़ता है।
  • मंत्र "ऊं नमः शिवाय" का जाप करते हुए जल अर्पित करें।

सोलह श्रृंगार और लाल साड़ी

  • सोलह श्रृंगार अखंड सौभाग्य, प्रेम और समर्पण का प्रतीक हैं।
  • लाल साड़ी पहनना वैवाहिक ऊर्जा और प्रेम को मजबूत करता है।
  • श्रृंगार में बिंदी, सिंदूर, चूड़ियां, मेहंदी और मंगलसूत्र का आध्यात्मिक महत्व है।

श्रृंगार के सामान का दान

  • सिंदूर, चूड़ियां, काजल, मेहंदी और कपड़े दान करना शुभ माना जाता है।
  • इससे सौभाग्य और वैवाहिक सुख बढ़ता है।

करवा चौथ पर शुभ उपाय

  • भगवान गणेश को 21 गुड़ की गोलियां और दूर्वा चढ़ाएं।
  • तुलसी पर चुनरी चढ़ाएं और घी का दीपक जलाएं।
  • हल्दी की पांच गांठें भगवान गणेश को अर्पित करें।
  • 11 गोमती चक्र सिंदूर में रखकर घर के गुप्त स्थान में रखें।
  • बरगद के पत्ते पर पति में बदलाव की इच्छा लिखकर बहते जल में डालें।

करवा चौथ पर क्या करें

  • पूरे नियम और श्रद्धा से व्रत रखें।
  • सास द्वारा दी गई सरगी ग्रहण करें।
  • भगवान गणेश, शिव और पार्वती की पूजा करें।
  • चंद्रमा का दर्शन और अर्घ्य देकर व्रत खोलें।

करवा चौथ पर क्या न करें

  • क्रोध, झूठ और नकारात्मक विचार से दूर रहें।
  • अन्न, जल या फल ग्रहण न करें जब तक चंद्रमा न निकल जाए।
  • किसी का अपमान या कटु वचन न बोलें।

– काजल सोम

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