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Gold Silver New Rule: भारत में सोने और चांदी पर कुल इंपोर्ट ड्यूटी 15 फीसदी (10 फीसदी बेसिक कस्टम ड्यूटी + 5 फीसदी एग्रीकल्चर इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड डेवलपमेंट सेस (AIDC) है।

Gold Silver New Rule: केंद्र सरकार ने सोना और चांदी पर शुल्क को लेकर सोमवार को बड़ा फैसला लिया। सरकार की ओर से आयात शुल्क (Import Duty) में बढ़ोतरी का नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है। इसके मुताबिक, भारत में सोने-चांदी के सिक्कों पर इंपोर्ट ड्यूटी में वृद्धि कर इसे 15 फीसदी किया गया है। अब सोने और चांदी के स्क्रू, हुक और क्वाइन पर आयात शुल्क पहले 12.5 फीसदी था, जो अब बढ़ाकर 15 फीसदी पर पहुंच गया है। 

शुल्क की नई दरें 22 जनवरी से लागू 
देशभर में नई इंपोर्ट ड्यूटी की दरें 22 जनवरी 2024 से लागू हो चुकी हैं। फिलहाल भारत में सोने और चांदी पर कुल इंपोर्ट ड्यूटी 15 फीसदी (10 फीसदी बेसिक कस्टम ड्यूटी + 5 फीसदी एग्रीकल्चर इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड डेवलपमेंट सेस (AIDC) है। इसके अलावा सोशल वेलफेयर सरचार्ज (SWS) छूट के लिए आयात शुल्क की बढ़ी हुई दरें लागू नहीं हैं। नोटिफिकेशन में बताया गया है कि कीमती धातु वाले Spent Catalysts के लिए इंपोर्ट ड्यूटी अब 14.35 फीसदी कर दी गई है।

सोने-चांदी के भाव पर पड़ेगा असर?
इस बात की पूरी संभावना है कि आयात शुल्क में वृद्धि का असर साफ तौर पर गोल्ड और सिल्वर की कीमतों पर दिखाई देगा। आपको बता दें कि भारत में सोने के दाम अंतरराष्ट्रीय बाजार में गोल्ड प्राइस पर आधारित होते हैं। लेकिन इन कीमतों पर इंपोर्ट ड्यूटी का भी बहुत ज्यादा असर पड़ता है। इसका कारण है- भारत सोना, चांदी, हीरे और कलर्ड रत्नों के कच्चे माल के लिए आयात पर निर्भर है। इसलिए इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ने से लोकल मार्केट में गोल्ड-सिल्वर के दामों पर सीधा असर होगा। 

सरकार क्यों वसूलती है आयात शुल्क?
बता दें कि दूसरे देशों से भारत में आयात हो रहे उत्पादों पर केंद्र सरकार जो टैक्स या टैरिफ लगाती है, उसे आयात शुल्क या इंपोर्ट ड्यूटी के नाम से जाना जाता है। ये शुल्क सामान्य तौर पर कारोबार को विनियमित करने, घरेलू उद्योगों को बढ़ावा देने, सरकार के लिए राजस्व जुटाने और आर्थिक गतिविधियों को प्रभावित करने के लिए लगाया जाता है।

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