Road rage murder in Jind: BJP नेता के बेटे डॉ. विकास की हत्या में खुलासा, रोडरेज में किया था हमला
हरियाणा के जींद में BJP नेता के बेटे डॉक्टर विकास की हत्या में नया खुलासा हुआ है। एक आरोपी के पकड़े जाने के बाद पुलिस ने दावा किया कि यह मामला गाड़ियों की अक्रामक रेस यानी रोड रेज का है। जानें क्या है पुलिस की थ्योरी
जींद में डॉक्टर विकास हत्याकांड का एसपी कुलदीप सिंह ने खुलासा किया।
Road rage murder in Jind : हरियाणा के जींद जिले के सफीदों में BJP नेता के बेटे व डॉक्टर की हत्या के मामले में चौकाने वाला खुलासा हुआ है। इस मामले में पहले पिता ने दो साथी डॉक्टरों पर हत्या के आरोप लगाए थे। पुलिस ने मुठभेड़ में एक आरोपी को पकड़ने के बाद बड़ा दावा किया है।
24 जुलाई को साथी डॉक्टरों के साथ करने गए थे पार्टी
पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह ने सफीदों के निजी चिकित्सक डॉ. विकास हत्याकांड को लेकर खुलासा करते हुए बताया कि 24 जुलाई को डॉ. विकास, डॉ. सुनील, उसका साढू यशपाल समेत पांच डॉक्टर क्रेटा गाड़ी से असंध के निकट ढाबे पर गए हुए थे। जहां पर सभी ने ड्रिंक की। इसके बाद दो डॉक्टर अपनी गाड़ी से निकल गए। वहीं, डॉ. विकास व यशपाल अपनी क्रेटा गाड़ी से सफीदों के लिए रवाना हो गए।
फॉरच्यूनर से लगी थी रेस, फिर हुई टक्कर
जब डॉ. विकास क्रेटा से वापस आ रहे थे उसी दौरान उनकी गाड़ी के निकट से फॉरच्यूनर गाड़ी निकली। इसमें चालक व एक महिला सवार थी। इसके बाद दोनों गाड़ियों में रेस शुरू हो गई। सफीदों के रामपुरा रोड पर डॉ. विकास और उसके साथियों ने अपनी गाड़ी को फॉरच्यूनर गाड़ी से आगे निकालकर रोड पर खड़ा कर दिया। फॉरच्यूनर गाडी डॉ. विकास वाली क्रेटा गाड़ी में जा भिड़ी।
फॉरच्यूनर चालक ने तेजधार हथियार से हमला किया
डॉ. विकास नीचे उतरकर फॉरच्यूनर गाड़ी चालक के पास पहुंचा तो उसने तेजधार हथियार से हमला कर दिया। जिसके बाद डॉ. अनिल तथा यशपाल उसके पास पहुंचे तो फॉरच्यूनर वाले ने उन पर भी हमला कर दिया। इसमें तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए। फॉरच्यूनर चालक गाड़ी समेत मौके से फरार हो गया। तीनों घायलों में से डॉ. विकास ने दम तोड़ दिया, जबकि डॉ. अनिल और यशपाल को पानीपत के निजी अस्पताल में भरती करवाया गया।
दोनों घायलों पर भी पिता ने दर्ज करवाया है केस
मृतक विकास के पिता व भाजपा नेता शिव कुमार की शिकायत पर दोनों घायलों को नामजद कर आठ अन्य के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था। सबसे बड़ी दिक्कत फॉरच्यूनर गाड़ी के नंबर को सीसीटीवी कैमरे में न आना था। सफीदों के डीएसपी गौरव शर्मा के नेतृत्व में गठित पांच टीमों ने फॉरच्यूनर चालक गांव जयसिंहपुरा निवासी प्रदीप को ट्रेस कर ट्रैक कर लिया। सीआईए जींद प्रभारी मुनीष के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने मुठभेड़ के बाद नरवाना के निकट आरोपित प्रदीप को काबू कर लिया। उसके पैर में गोली लगी है।
आरोपी पर पहले से दर्ज हैं 9 मामले
आरोपित प्रदीप पर हत्या समेत विभिन्न धाराओं के तहत नौ अपराधिक मामले दर्ज हैं। आरोपित वर्ष 2023 में करनाल के हत्या के मामले में पैरोल जंपर भी है। आरोपित से अस्पताल से छुट्टी के बाद चिकित्सक हत्याकांड में गहनता से पूछताछ की जाएगी।