गैंगस्टर के निशाने पर वकील: जींद में एडवोकेट को मिली धमकी, दो भाइयों की हत्या का केस वापस लेने का दबाव
जेल में बंद प्रदीप उर्फ गट्टा। जिस पर एडवोकेट को धमकी देने का आरोप है।
हरियाणा के जींद शहर में एक एडवोकेट को फोन पर जान से मारने की धमकी मिली है। एडवोकेट विनोद बंसल का आरोप है कि उन्हें जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर प्रदीप उर्फ गट्टा ने फोन किया और कहा तेरे दो भाइयों का हम मर्डर कर चुके हैं, अब तेरी बारी है। यह मामला इसलिए भी गंभीर है क्योंकि विनोद बंसल अपने दोनों भाइयों की हत्या के केस में न केवल गवाह हैं, बल्कि खुद ही उनकी पैरवी भी कर रहे हैं। इस धमकी के पीछे की वजह उन्हें केस वापस लेने के लिए डराना है। इस घटना के बाद सिविल लाइन पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
एक दिन में तीन बार की कॉल
विनोद बंसल ने पुलिस को दी बताया कि 30 जुलाई को सुबह 9:55 बजे जब वह अपने चैंबर में थे, तब उनके मोबाइल पर एक कॉल आई। ट्रू कॉलर पर कॉलर का नाम प्रदीप दिख रहा था। कॉल अटेंड करते ही उन्हें भद्दी-भद्दी गालियां दी गईं और धमकी देते हुए कहा गया कि 10 दिन के अंदर तुझे और तेरे परिवार को भी तेरे भाई की तरह ही गोलियों से खत्म कर देंगे।
इसके बाद उसी दिन 11:22 बजे फिर से उसी नंबर से कॉल आया। इस बार भी गालियां देते हुए जान से मारने की धमकी दी गई और कॉलर ने अपना नाम प्रदीप गट्टा बताया। उसने कहा कि उसके भाई पुरुषोत्तम की हत्या उसी ने और बलजीत पोकरी खेड़ी गैंग ने की थी और अब उनकी बारी है। इसके बाद दोपहर 1:10 बजे भी उन्हें कई बार कॉल करके धमकी दी गई। इस बार कॉलर ने खुद को प्रदीप गट्टा का भाई बताया। यह एक दिन में तीन बार की गई धमकी से यह स्पष्ट है कि गैंगस्टर विनोद बंसल को डराने के लिए पूरी तरह से सक्रिय हैं।
पहले भी हो चुकी हैं दो भाइयों की हत्या
विनोद बंसल ने पुलिस को अपनी शिकायत में बताया कि इस गैंग के साथ उनकी पुरानी दुश्मनी है।
• बड़े भाई पुरुषोत्तम की हत्या (2016) : 16 अप्रैल 2016 को बलजीत पोकरी खेड़ी और धर्मेंद्र पहलवान गैंग ने मिलकर एक आपराधिक साजिश रची। उन्होंने किराए के शूटरों से विनोद बंसल के बड़े भाई पुरुषोत्तम को गोली मरवा दी, जिससे उनकी मौत हो गई थी। इस केस में बलजीत और धर्मेंद्र गैंग के साथ-साथ शूटरों को भी सजा हो चुकी है।
• दूसरे भाई श्याम सुंदर बंसल की हत्या (2021) : इसी गैंग ने अदालत से फरार होकर और जमानत पर बाहर आकर 23 नवंबर 2021 को उनके दूसरे बड़े भाई श्याम सुंदर बंसल की भी हत्या कर दी। उन्हें 9 गोलियां मारी गई थीं। इस मामले में भी प्रदीप उर्फ गट्टा मुख्य आरोपी था, जो फिलहाल जींद जेल में बंद है।
विनोद बंसल दोनों ही मामलों में अहम गवाह हैं और अपने भाइयों को न्याय दिलाने के लिए खुद ही वकालत कर रहे हैं। यही वजह है कि अब यह गैंग उन्हें डरा-धमकाकर केस वापस लेने का दबाव बना रहा है।
पहले से ही मिली है सुरक्षा
विनोद बंसल और उनके परिवार को पहले से ही पुलिस सुरक्षा मिली हुई है, लेकिन इस नई धमकी के बाद उन्होंने आशंका जताई है कि यह गैंग किसी भी वक्त उन पर और उनके परिवार पर जानलेवा हमला कर सकता है। उन्होंने पुलिस को बताया कि यह गैंग 50 से अधिक हत्याओं, डकैती, अपहरण, हत्या के प्रयास, एके-47 रखने और बुलेट प्रूफ जैकेट जैसे गंभीर अपराधों में शामिल है। विनोद बंसल का कहना है कि उन्हें दी गई पुलिस सुरक्षा नाकाफी है। उन्होंने आरोप लगाया कि ज्यादातर समय गनमैन मोबाइल चलाते रहते हैं और कई बार अपनी ड्यूटी से गायब रहते हैं।
प्रदीप गट्टा और भाई के खिलाफ मामला दर्ज
विनोद बंसल का मानना है कि यह गैंग उन्हें डराकर अपने केसों की पैरवी से पीछे हटाना चाहता है ताकि वे कानूनी कार्रवाई से बच सकें। इस धमकी के बाद पुलिस ने प्रदीप गट्टा और उसके भाई के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। इस घटना ने एक बार फिर से जेल के अंदर से चल रहे आपराधिक सिंडिकेट और उनकी खुली चुनौती को उजागर किया है, जो वकीलों जैसे न्याय के स्तंभों को भी निशाना बनाने से नहीं हिचकिचाते।