फिलीपींस से डिपोर्ट होकर आया कुख्यात बदमाश: सुरजेवाला को धमकी देने वाला गैंगस्टर जोगेंद्र ग्योंग अब जींद पुलिस की गिरफ्त में, व्यापारी को दी थी धमकी
हरियाणा में कई मामलों में वांछित कुख्यात गैंगस्टर जोगेंद्र ग्योंग को फिलीपींस से डिपोर्ट किए जाने के बाद अब जींद पुलिस ने अपनी गिरफ्त में लिया है। जानें क्या है पूरा मामला।
गैंगस्टर जोगेंद्र ग्योंग। फाइल फोटो
फिलीपींस से डिपोर्ट होकर आया कुख्यात बदमाश : हरियाणा के जींद जिले की पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय गैंगस्टर जोगेंद्र ग्योंग को अपनी गिरफ्त में ले लिया है। यह गिरफ्तारी उस पुराने मामले में हुई है, जिसमें ग्योंग वर्ष 2020 से फरार चल रहा था। पुलिस ने उसे प्रोडक्शन वारंट पर लेकर सफीदों थाने के एक केस में पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
सफीदों के व्यापारी को दी थी धमकी
जोगेंद्र ग्योंग पर कई संगीन आरोप हैं, जिनमें हत्या, फिरौती, धमकी, आर्म्स एक्ट और आईटी एक्ट के अंतर्गत अपराध शामिल हैं। वर्ष 2020 में सफीदों निवासी व्यवसायी सतीश जैन ने एक शिकायत में कहा था कि उसे वॉट्सऐप पर एक वीडियो मिला, जिसमें एक व्यक्ति गाली-गलौज करते हुए पैसे वसूलने की बात कर रहा था। भले ही वीडियो में सीधे उसका नाम नहीं था, लेकिन पुलिस जांच में पाया गया कि यह ऑडियो क्लिप जोगेंद्र ग्योंग से जुड़ी हुई है। इसके आधार पर पुलिस ने उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।
2 फरवरी को फिलीपींस से डिपोर्ट कर लाए हैं भारत
इस केस की जांच सीआईए स्टाफ सफीदों को सौंपी गई थी। जांच के दौरान यह सामने आया कि ग्योंग उस समय भारत में नहीं बल्कि विदेश में था, जिससे कार्रवाई करना मुश्किल हो गया था। हालांकि, 2 फरवरी 2025 को उसे फिलीपींस से डिपोर्ट कर भारत लाया गया और अब विभिन्न मामलों में पूछताछ का सिलसिला शुरू हो चुका है।
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला को दी थी धमकी
ग्योंग का आपराधिक रिकॉर्ड बेहद लंबा है। वह कई बार बड़े नेताओं और कारोबारियों को जान से मारने की धमकी दे चुका है। इनमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला का नाम भी शामिल है। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक ग्योंग के खिलाफ हरियाणा के विभिन्न जिलों में गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ग्योंग से पूछताछ के दौरान कुछ और मामलों में अहम सुराग मिलने की उम्मीद है। साथ ही, उसके नेटवर्क की भी जांच की जा रही है ताकि उसके साथ जुड़े अन्य अपराधियों को भी पकड़ने में मदद मिल सके।