मेम्बर्स ने हटाया, पर्ची ने बचाया: जाखल ब्लाक समिति में दो मेम्बर पलटे तो वोट पड़े बराबर, पर्ची से पुराने प्रधान व उपप्रधान को दोबारा मिली कुर्सी

हरियाणा के फतेहाबाद की जाखल ब्लाक समिति में सात सदस्यों द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाकर हटाए गए प्रधान व उपप्रधान पद पर फिर वोटिंग हुई। इस बार दो पार्षद पलट गए और वोट बराबर पड़े। इसके बाद पर्ची से दोबारा पहले वाले प्रधान व उपप्रधान की ही किस्मत चमकी।

Updated On 2025-06-24 20:37:00 IST
फतेहाबाद की जाखल ब्लाक समिति में विजयी पक्ष।

पार्षदों ने हटाया, पर्ची ने बचाया : फतेहाबाद जिले की जाखल ब्लाक समिति के प्रधान और उपप्रधान के चुनाव को लेकर मंगलवार को बीडीपीओ कार्यालय में बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी अनूप कुमार ने की। इस चुनाव में खास बात यह रही कि कुछ दिन पहले ही अविश्वास प्रस्ताव लाकर जिन्हें हटाया गया था, अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद पर दोनों वही सदस्य निर्वाचित हुए। इस बार दोनों पदों के लिए वोटिंग हुई तो दोनों पक्षों को बराबर वोट मिले। इसके बाद सभी उम्मीदवारों की सहमति से पर्ची डाली गई, जिसमें पूर्व पदाधिकारियों ने फिर से बाजी मार ली। अध्यक्ष और उपाध्यक्ष दोनों ही पूर्व मंत्री देवेन्द्र बबली के समर्थक हैं और जीत के बाद दोनों ने पूर्व मंत्री से भी मुलाकात की।

दोनों को पांच-पांच वोट पड़े

जाखल बीडीपीओ कार्यालय में मंगलवार को ब्लॉक समिति के प्रधान व उपप्रधान पद के लिए चुनाव हुआ। प्रधान पद के लिए वार्ड नंबर तीन से सदस्य सुखविंदर और पूर्व प्रधान जगतार सिंह ने आवेदन किया। चुनाव प्रक्रिया से दोनों उम्मीदवारों को 5-5 मत मिले। वहीं, उपाध्यक्ष पद के लिए वार्ड नं 2 से सदस्य सर्वजीत कौर और पूर्व उपाध्यक्ष मीनू कंबोज ने आवेदन किया और चुनाव में दोनों को एक समान मत हासिल हुए। इसके बाद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के सभी उम्मीदवारों की सहमति से प्रधान और उपप्रधान पद के लिए पर्ची डाली गई। पर्ची से जगतार सिंह फिर से ब्लॉक समिति के प्रधान बन गए, वहीं पर्ची से उपाध्यक्ष की कुर्सी मीनू कंबोज को ही मिली। इस अवसर पर खंड विकास अधिकारी विकास लांग्या, ग्राम सचिव रमेश सैनी और अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।

चुनाव को किए गए गए सुरक्षा के कड़े प्रबंध

ब्लाक समिति प्रधान व उपप्रधान चुनाव को चुनाव बीडीपीओ कार्यालय के बाहर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए थे। पुलिस की तीन टुकड़ियों सहित जाखल के थाना प्रभारी कुलदीप सिंह सुरक्षा का जिम्मा संभाल रहे थे। दोपहर 12 बजे से पहले पंचायत समिति के सभी 10 सदस्य बीडीपीओ कार्यालय में पहुंच गए थे। इसके बाद डीडीपीओ अनूप कुमार के नेतृत्व में करीब साढ़े 12 बजे ब्लॉक समिति के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के लिए चुनाव प्रक्रिया शुरू की गई। ब्लॉक समिति के सभी 10 सदस्यों ने चुनाव में भाग लिया। ब्लॉक समिति प्रधान और उपप्रधान के लिए चुनाव ईवीएम से कराया गया। इसके बाद मतों की गणना की गई। प्रधान पद के लिए वार्ड नं 3 से उम्मीदवार सुखतिंद्र सिंह को 5 और पूर्व प्रधान जगतार सिंह को भी 5 वोट मिले। इसी तरह उपप्रधान के दोनों उम्मीदवारों को भी 5-5 मत हासिल हुए। दोनों पदों पर मतों की संख्या बराबर रहने पर दोनों पदों के उम्मीदवार प्रधान और उपप्रधान पद के लिए पर्ची डालने पर सहमत हुए। इसके बाद एक बक्से में दोनों के नाम की पर्ची डाली गई। प्रशासन द्वारा सभी उम्मीदवारों की आपसी सहमति से बक्से से पर्ची उठवाई। पर्ची पर प्रधान पद के लिए जगतार सिंह का नाम लिखा हुआ था, जबकि उपप्रधान के लिए मीनू कंबोज का नाम था। करीब एक घंटे की इस प्रक्रिया से जगतार सिंह फिर से प्रधान और मीनू कंबोज उपप्रधान बन गईं।

हारने वालों ने लगाए दो पार्षदों को खरीदने के आरोप

चुनाव हारने वाले उम्मीदवार सुखविंदर सिंह और सरबजीत कौर ने आरोप लगाया कि उनके दो समर्थक सदस्यों को लाखों रुपये देकर खरीदा गया और उन्हें दबाव में वोट डलवाया गया। उनका कहना है कि उनके पास इसके पक्के सबूत हैं, जिन्हें वे उच्च अधिकारियों तक पहुंचाएंगे।

नवनिर्वाचित अध्यक्ष-उपाध्यक्ष ने सच्चाई की जीत बताया

जाखल ब्लाक समिति के नवनिर्वाचित अध्यक्ष जगतार सिंह और उपाध्यक्ष मीनू कंबोज ने इसे सच्चाई की जीत बताया। उन्होंने कहा कि वह सभी वार्डों में बिना भेदभाव के काम करवाएंगे और पहले से भी बेहतर विकास करेंगे। उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोपों को झूठा और राजनीति से प्रेरित बताया।

23 मई को हुआ था अविश्वास प्रस्ताव

बता दें कि 23 मई को 10 में से 7 सदस्यों ने अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दिया था। इसके चलते 3 जून को उन्हें पद से हटा दिया गया था। 16 जून को चुनाव होना था, लेकिन सदस्यों की कमी के कारण टाल दिया गया। फिर 24 जून को सभी 10 सदस्य पहुंचे और चुनाव संपन्न हुआ।

पूर्व मंत्री बबली से मिले अध्यक्ष-उपाध्यक्ष

जाखल में ब्लॉक समिति के फिर से अध्यक्ष बने जगतार सिंह व उपाध्यक्ष बनी मीनू कंबोज ने पूर्व मंत्री देवेंद्र बबली के आवास पर पहुंचकर मुलाकात की। इस दौरान पूर्व मंत्री ने दोनों पदाधिकारियों के दोबारा नियुक्त होने पर बधाई दी तथा बिना भेदभाव के विकास कार्य कराने की अपील की है। पूर्व मंत्री देवेंद्र बबली ने कहा कि ब्लॉक समिति सदस्यों ने जो जिम्मेदारी दी गई है उसका ईमानदारी से निर्वाहन करें तथा विकास कार्यो में कमी न आने दें। बबली ने कहा कि सरकार के पास विकास कार्यों के लिए धन की कमी नहीं है, प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सैनी द्वारा सबका साथ सबका विकास के तहत कार्य करवाए जा रहे हैं।

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